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सर्वे कार्यालय में हुई छापेमारी
डीएम को फर्जीवाड़े की गुप्त सूचना के बाद उनके निर्देश पर अधिकारियों ने पुरानी जेल स्थित सर्वे कार्यालय में छापेमारी की. छुट्टी के दिन कार्यालय खोलने को गलत बताया. सहरसा : ईद के अवकाश के दिन शहर के मारूफगंज स्थित अभिलेखागार कार्यालय खोल कर जमीन के कागजात में फर्जीवाड़ा कार्य की शिकायत को जिला पदाधिकारी […]
डीएम को फर्जीवाड़े की गुप्त सूचना के बाद उनके निर्देश पर अधिकारियों ने पुरानी जेल स्थित सर्वे कार्यालय में छापेमारी की. छुट्टी के दिन कार्यालय खोलने को गलत बताया.
सहरसा : ईद के अवकाश के दिन शहर के मारूफगंज स्थित अभिलेखागार कार्यालय खोल कर जमीन के कागजात में फर्जीवाड़ा कार्य की शिकायत को जिला पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने गंभीरता से लेते छापेमारी का निर्देश दिया.
इसके बाद ओएसडी अनिल पांडे, डीसीएलआर मनोज कुमार, सदर एसडीपीओ सुबोध विश्वास, सदर थानाध्यक्ष भाई भरत, सदर अंचल के पुलिस निरीक्षक अनिल सिंह सदल बल कार्यालय पहुंचे व चारों ओर से घेर लिया. इससे पूर्व अधिकारियों ने कार्यालय गेट में अंदर से ताला लगे रहने पर उसे खुलवाने की काफी कोशिश की थी. कुछ देर बाद प्रभारी प्रधान सहायक रणविजय झा ने गेट खोला तो सभी अधिकारी अंदर जा सके.
जानकारी के अनुसार, किसी ने जिला पदाधिकारी को सूचना दी कि अवकाश होने के बावजूद कार्यालय खोल कर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. जिसे डीएम ने गंभीरता से लेते जिला प्रशासन के अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों को कार्यालय भेज कार्रवाई का निर्देश दिया. मालूम हो कि सूचना मिलने के बाद डीएम ने मामले की सत्यता की जांच के लिए अपने अंगरक्षक व स्टेनो संतोष कुजूर को वहां भेज वस्तुस्थिति से अवगत होकर कार्रवाई का निर्देश दिया था.
अधिकारियों ने कहा गलत : जिला पदाधिकारी के निर्देश पर छापेमारी करने पहुंचे अधिकारियों ने प्रधान सहायक से सख्त लहजे में पूछा कि आखिर किस परिस्थिति में अवकाश होने के बावजूद कार्यालय खोला गया. प्रधान सहायक ने कहा कि वह यहां के अतिरिक्त प्रभार में है और सैकड़ों लोगों का इंफॉर्मेशन आवेदन जमा है. कार्य की व्यस्तता के कारण लोगों को उसका जबाव नहीं दे पा रहे थे. अवकाश होने के कारण कुछ लाइसेंसधारी मुंशी के सहयोग से कार्य किया जा रहा था. इसे अधिकारियों ने गलत बताते कहा कि किसी भी सूरत में अवकाश के दिन कार्यालय नहीं खुलना चाहिए. यदि कार्यालय खोलना था तो किसी सक्षम अधिकारी से आदेश लेना चाहिए था.
इस दौरान जिला पदाधिकारी लगातार मोबाइल से अधिकारियों को निर्देश देते रहे. इस दौरान अधिकारियों ने कार्यालय के अंदर कार्य कर रहे मुंशी तेलहर निवासी सुदेश्वर राय, लगमा निवासी नवल किशोर मिश्र, सोनवर्षा राज निवासी दीपनारायण कामत, बख्तियारपुर निवासी मनोज कुमार, खजूरी सौरबाजार निवासी महेंद्र यादव, महिषी निवासी ईश्वर चंद्र झा, बरदाहा मधेपुरा निवासी नवल किशोर झा, सरौनी महिषी निवासी शैलेंद्र कुमार, नरियार निवासी अशोक भगत, बिहरा निवासी कैलाश झा से भी पूछताछ कर इनलोगों के लाइसेंस की जांच की गयी.
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