सिमरी : गुरुवार सुबह हुई तेज आंधी और मूसलधार बारिश ने मौसम को ठंडा कर दिया. वहीं बारिश की वजह से अनुमंडल की लगभग सभी मुख्य सड़क और अंदरूनी मार्ग में कीचड़ व जलजमाव हो गया. सड़कों पर गड्ढों में भरा पानी हादसे की आशंका को जन्म दे रहा है. अनुमंडल अंतर्गत मुख्य बाजार, रानीबाग, शर्मा चौक, बलवा हाट, तेलिया हाट, पहाड़पुर, सोनपुरा, बसतपुर आदि की सड़कों पर जलजमाव और कीचड़ के कारण पैदल चलना मुश्किल हो गया है.
वहीं स्टेशन चौक पर भी बारिश ने जलजमाव की स्थिति उत्पन्न कर दी है. मुख्य चौक की वजह से इस मार्ग पर हमेशा यातायात का दबाव रहता है. स्टेशन से उतरने वाले यात्रियों के लिए सिर दर्द बना है. सबसे ज्यादा परेशानी पैदल जाने वाले यात्रियों को होती है. वहीं गुरुवार को कई यात्री स्टेशन से गंतव्य को जाने के दौरान फिसल कर गिर गये. वहीं सिमरी बख्तियारपुर के मुरली चौक व शर्मा चौक भी जलजमाव व कीचड़ से पटे हैं. मुरली चौक से होते हुए कानू टोला और शर्मा चौक से बस्ती जाने वाली तीनों सड़कें कीचड़मय हो गयी हैं. सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड कार्यालय के आसपास भी जलजमाव है. इधर, गुरुवार दोपहर मुख्य बाजार स्थित दुर्गा स्थान चौक पर पीपल की बड़ी टहनी टूट जाने से कुछ देर बाजार में अफरातफरी मच गयी. हालांकि इस घटना में जान माल नुकसान नहीं हुआ.
फोटो-पानी 5 व 6- प्रखंड कार्यालय में लगा जलजमाव व बाजार में टूट कर गिरी टहनी
किसानों में मायूसी, मक्के के साथ-साथ दलहन को भी नुकसान
सोनवर्षाराज. बीते एक पखवारे से लगातार हो रही असामायिक बारिश ने तैयार मक्के की फसल को नुकसान हुआ है. वहीं क्षेत्र की एक मात्र दलहन फसल मूंग के फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है. मालूम हो कि क्षेत्र के आधे से अधिक सिंचित भूमि में मक्के की खेती की जाती है. क्षेत्र के किसान मक्के की उपज पर ही अपने भविष्य की योजना तैयार करते हैं.
फसल बरबाद हुई, तो उन्हें जीवन यापन की गंभीर समस्या से जूझना पड़ेगा. लगातार हो रही बारिश की वजह से सुखाने के लिए रखी फसल में अकुंर निकलता जा रहा है व मक्के का वजन घट रहा है. जिससे किसानों को मक्के की कीमत बाजार मूल्य से भी कम मिल रही है.
लगातार बारिश से किसानों की बढ़ी परेशानी
सौरबाजार. पिछले तीन दिनों से हो रही झमाझम वर्षा ने किसानों को बेहाल कर दिया है. दलहन की खेती पर जहां प्रतिकूल असर पड़ा है. वहीं फलों पर भी असर अच्छा नहीं है. अचानक मॉनसून की दस्तक से किसानों के समक्ष समस्या उत्पन्न हो गयी है कि धान की बीज की तैयारी भी नहीं हुई है, खेतों में पानी लग गया है. बर्षा से बाजार की स्थिति नारकीय बनी हुई है. इसी तरह प्रखंड परिसर में जल जमाव है. लोगों को परेशानी हो रही है.