सासाराम (सदर) : एक ओर गरमी शुरू होते ही शहर के कई मुहल्लों में भूमिगत जलस्तर नीचे चला गया है. चापाकल व डीप बोरिंग दम तोड़ रहे हैं. शहर में जल संकट उत्पन्न हो गया है. लेकिन, शहर के कई मुहल्ले हैं, जहां की सड़कें तालाब में तब्दील हो गयी हैं. लेकिन, नगर पर्षद का ध्यान इस समस्या पर नहीं हैं.
कई मुहल्लों में नालियों का निर्माण नहीं होने व कई मुहल्लों में नालियों की सफाई नहीं होने के कारण सड़कों पर जलजमाव की समस्या है. वहीं, कई मुहल्लों में नालियां बनी हुई हैं, लेकिन उनका निकास नहीं होने के कारण भी पानी सड़कों पर बह रहा है.
डीएम आवास के पास बसे आरपी एलौन नगर मुहल्ले में पीसीसी सड़क है, लेकिन नालियों का पानी सड़कों पर पसर जाने से मुहल्लावासियों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. शहर के सट्टेदार-लंबरदार गेट व डीएम आवास के उत्तर दिशा वाली गली नंबर दो, तीन व चार, काली स्थान समेत शहर के कई ऐसे मुहल्ले हैं, जहां इस गरमी मे भी पानी जमा है.
इससे साफ जाहिर होता है कि साफ-सफाई के नाम पर नगर पर्षद एकदम बौना साबित हो चुका है. एक तरफ जहां नाली के निर्माण नहीं होने पर सड़कों पर पानी पसरा है, तो दूसरी ओर नालियां बनी हुई हैं, लेकिन उनका निकास नहीं होने के कारण पानी सड़कों पर बह रहा है.
गौरतलब है कि हर साल नगर पर्षद द्वारा साफ-सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च करने का बजट पास करती है, लेकिन वह सिर्फ फाइलों तक ही दिख रही है. साथ ही, शहर में केंद्र सरकार द्वारा चलाया जा रहा स्वच्छता अभियान भी सिर्फ छलावा साबित हो रहा है.
