जलालगढ़. कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़ में गुरुवार को केंचुआ खाद उत्पादन विषय पर दस दिवसीय व्यवसायिक प्रशिक्षण शुरू किया गया. इसमें कुल 25 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया. प्रशिक्षण के पहले दिन प्रशिक्षुओं के लिए ओरिएंटेशन रखा गया. प्रशिक्षुओं को केंद्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ केएम सिंह ने केंचुआ खाद की कृषि में विशेषताएं और कृषि से जुड़ी इसकी महत्ता के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि इसे किस प्रकार स्वरोजगार हेतु उपयोग में लाया जा सकता है. बताया कि तीन तरह से अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं. पहला केंचुआ खाद की बिक्री कर, दूसरा वर्मीवाश बिक्री कर और तीसरा केंचुआ की बिक्री कर. मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र के शस्य वैज्ञानिक डॉ गोविंद कुमार, मृदा वैज्ञानिक डॉ संतोष कुमार, कृषि अभियंत्रण वैज्ञानिक डॉ अतिश सागर, वैज्ञानिक पीबीजी डॉ राबिया परवीन, कृषि मौसम वैज्ञानिक दयानिधि चौबे तथा सहायक प्राध्यापक डॉ एसपी विश्वकर्मा ने भी प्रशिक्षुओं को विषय संबंधित जानकारी प्रदान की.
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