बैसा. सोमवार को भी धूप न निकलने एवं दिन भर कुहासा व धुंध छाये रहने और शीतलहर के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. लोग ठंड जनित रोगों से बीमार हो रहे हैं. ठंड से मनुष्य के साथ ही पशुओं की भी परेशानी बढ़ गयी है. शीतलहर चलने के कारण पशुओं को हवा से बचाकर रखने में दिक्कत हो रही है. वहीं ठंड के कारण सर्दी, खांसी, दर्द के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. सोमवार को प्राइवेट डॉक्टर, हॉस्पिटल से लेकर सरकारी अस्पताल तक मरीजों की संख्या बढ़ी रही. सीएचसी बैसा में सोमवार को सर्दी, खांसी के मरीज अधिक पहुंचे. सोमवार को शीतलहर चलने से ठंड कुछ ज्यादा ही बढ़ी रही, जिससे बच्चे, बूढ़े, बीमार लोगों को काफी परेशानी हुई. वृद्ध बीमार लोगों के अलावा अन्य लोग भी दिन भर अलाव जलाकर आग तापते रहे. दिन में तो कार्यालय आदि खुला रहने के कारण बाजार में कुछ चहल-पहल रही, पर शाम ढलते ही सड़कों पर सन्नाटा छा गया. बस, ऑटो स्टैंड में भी इक्के-दुक्के यात्री दिखे. कुहासा में दृष्टि बाधित होने, ठोकर लगने की आशंका से अधिकतर दुकानदारों ने सोमवार को भी अन्य दिनों से पहले अपनी दुकानें बंद कर दी. वहीं ठंड के बावजूद प्रखंड में शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक कहीं भी किसी चौक-चौराहे पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. हालांकि प्रशासन ने कुछ जगहों पर अलाव जलवाने की बात कही है. दुकानदारों ने अपनी दुकान पर कार्टन, कागज, लकड़ी जलाकर आग तापा. स्थानीय लोगों ने पुरानी हाट, रौटा बाजार, बस स्टैंड, अस्पताल आदि सार्वजनिक जगहों पर अलाव की व्यवस्था किए जाने की मांग की है.
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