एआइसीसी सदस्य इंतेखाब आलम ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लिखा पत्र
पूर्णिया. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य इंतेखाब आलम ने बिहार में कांग्रेस पार्टी की वर्तमान स्थिति, संगठनात्मक चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक विस्तृत पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से उन्होंने बिहार में कांग्रेस को पुनः मुख्यधारा में लाने के लिए संगठनात्मक सुदृढ़ीकरण और व्यापक जनसंवाद की आवश्यकता पर बल दिया है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य श्री आलम ने कहा कि बिहार की सामाजिक और राजनीतिक संरचना ऐसी है, जहां आज भी एक बहुत बड़ी आबादी किसी भी राजनीतिक दल की औपचारिक सदस्य नहीं हैं. यह वर्ग न तो किसी दल का कट्टर समर्थक है और न ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया से विमुख, बल्कि वह एक भरोसेमंद, संतुलित और जन-सरोकारों से जुड़ी राजनीति की प्रतीक्षा कर रहा है. कांग्रेस पार्टी के पास आज भी यह स्वाभाविक अवसर है कि वह इस असंगठित लेकिन जागरूक जनसमूह से सीधा संवाद स्थापित करे.उन्होंने कहा कि बिहार में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए केवल चुनावी गणित या गठबंधन की राजनीति पर्याप्त नहीं है. आवश्यकता इस बात की है कि संगठन को जमीनी स्तर पर और अधिक सक्रिय, समावेशी और संवादपरक बनाया जाए. जमीनी कार्यकर्ताओं के अनुभव, उनकी मेहनत और उनकी अपेक्षाओं को संगठनात्मक प्रक्रिया में उचित स्थान मिलना चाहिए, ताकि पार्टी के प्रति विश्वास और आत्मबल मजबूत हो सके.
इंतेखाब आलम ने कहा कि युवाओं, महिलाओं, किसानों, मजदूरों, अल्पसंख्यकों, पिछड़े और वंचित वर्गों के साथ निरंतर और सकारात्मक जनसंवाद आज समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है. उन्होंने विश्वास जताया कि यदि राष्ट्रीय नेतृत्व बिहार पर विशेष ध्यान देते हुए एक स्पष्ट, सकारात्मक और दीर्घकालिक रोड मैप प्रस्तुत करता है, तो कांग्रेस पार्टी न केवल संगठनात्मक रूप से सशक्त होगी, बल्कि राज्य की राजनीति में एक बार फिर भरोसेमंद और प्रभावी विकल्प के रूप में उभर सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

