विधानसभा चुनाव में हुई हार के मंथन के बाद कांग्रेस प्रत्याशी का छलका दर्द
पूर्णिया. विधानसभा चुनाव 2025 में पूर्णिया सदर विधानसभा से महागठबंधन समर्थित कांग्रेस प्रत्याशी रहे जितेंद्र यादव ने सोमवार को अपने शिवनगर खुश्कीबाग स्थित निवास पर बैठक की. इसमें विधानसभा चुनाव में हुई हार पर मंथन किया गया. बैठक में पूरे विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों के गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया. बैठक को संबोधित करते हुए जितेंद्र यादव ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव परिणामों पर गंभीर आत्मचिंतन करना है. चुनाव में जीत-हार होती रहती है, पर दोनों ही परिस्थितियों में हमें कारणों का ईमानदारी से विश्लेषण करना चाहिए.उन्होंने कहा कि आपने इस चुनाव में मेरा साथ निभाते हुए, मेरे कृष्ण बनकर पूरे मनोयोग से रथ को आगे बढ़ाया, इसके लिए मैं आप सभी का धन्यवाद करता हूं. यह आपका ऐसा उपकार है, जिसे मैं जीवनभर याद रखूंगा. जो चुनाव परिणाम आया, वह निश्चित रूप से अप्रत्याशित रहा. पूर्णिया में भाजपा उम्मीदवार के प्रति लोगों की नाराजगी किसी से छिपी नहीं थी, फिर भी जो परिणाम सामने आया, उसने कई सवाल खड़े किये हैं. पूरे बिहार की स्थिति भी भरोसेमंद नहीं लगी. विभिन्न स्थानों पर ऐसी बातें सामने आयीं कि बड़ी संख्या में महिलाओं को चुनाव से पहले आर्थिक प्रलोभन दिया गया. इससे परिणाम पर प्रभाव पड़ना स्वाभाविक था. सबसे चिंताजनक बात यह है कि जिन बूथों पर हमारी पकड़ मजबूत थी और जहां सामाजिक समीकरण भी हमारे पक्ष में थे, वहां भी विपक्ष को अप्रत्याशित वोट मिला. इससे ऐसा प्रतीत होता है कि कई स्थानों पर मतदान प्रक्रिया प्रभावित हुई और इसी का लाभ उठाकर एनडीए की सरकार बनी, लेकिन यह अंत नहीं बल्कि शुरुआत है. लड़ाई लंबी है और एक हार से यह कारवां रुकने वाला नहीं है. जब आप सभी का प्रेम, समर्थन और विश्वास साथ है तो जीत भविष्य में निश्चित है. उन्होंने कहा कि मैं किसी पर आरोप नहीं लगाना चाहता, लेकिन यह भी सच है कि किसने मदद की और किसने भितरघात किया, यह सबको पता है. जिन्होंने मुझे वोट दिया, मैं उन्हें हृदय से धन्यवाद देता हूं और जिन्होंने इस बार वोट नहीं दिया, मुझे विश्वास है कि अगली बार वे भी हमारे साथ होंगे.
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