जलालगढ़. क्वालिटी प्रोटीन मक्का के प्रभेद शक्तिमान-5 सहित कीटनाशक दवाओं का वितरण बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसानों के बीच किया गया. केवीके जलालगढ़ के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ के एम सिंह ने बताया कि समूह अग्रिम पंक्ति प्रत्यक्षण जैववर्धित मक्का योजना 2025 के तहत मक्का बीज व दवा का वितरण किया गया. इसमें क्षेत्र 25 किसानों को 10 एकड़ खेत के लिए बीज उपलब्ध कराया गया. उन्होंने बताया कि क्वालिटी प्रोटीन मक्का के प्रभेद शक्तिमान 5 जिनसे प्रोटीन की माग को पूरा किया जा सकता है. प्रोटीन कुपोषण, पौषणिक रक्ताल्पता, आत्यन्तिक क्षति, वृद्धि में होनेवाली बाधा आदि का सामना करता है. इसके लिये प्रोटीन की बढ़ रही मांग को पूरा करने के लिये प्रत्येक व्यक्ति के लिये क्वालिटी प्रोटीन उपलब्ध कराना अनिवार्य है. इनमें भी शिशुओं, स्कूल जाने वाले बच्चों, गर्भवती महिलाओं और वृद्ध लोगों के लिए प्रोटीन की उपलब्धता पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है. क्वालिटी प्रोटीन मक्का में उच्च मात्रा में लाईसिन और ट्रीप्टोफेन होता है. इसमें ल्यूसीन और आईसोल्यूसीन कम मात्रा में होता है. सम्पूर्ण रूप से संतुलित अमीनो अम्ल संरचना वाले क्वालिटी प्रोटीन मक्का का खाद्य एवं पोषण सुरक्षा के लिए सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया जा सकता है. इस उत्पाद का ग्रामीण उद्यमशीलता के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है. मौके पर केवीके के वैज्ञानिक डॉ राबिया परवीन ने बताया कि यह मक्का पोष्टिक तत्वों से युक्त होने के कारण स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. बताया कि राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि पूसा द्वारा इस प्रभेद को विकसित किया गया है जो बालाहार, स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद, पौष्टिक नाश्ता, सुविधाजनक भोजन और विशेष भोजन के रूप में जाने जाते हैं. बालाहार छह माह के बच्चों की पौषणिक आवश्यकता को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है क्योंकि इस उम्र के बाद केवल मां का दूध ही शिशुओं के लिये पर्याप्त नहीं होता है. बच्चों, गर्भवती महिलाओं और वृद्ध व्यक्तियों के लिये विशेष रूप से स्वास्थ्यवर्धक मिश्रण, लड्डू, टाफी, चाकलेट सहित कई प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद तैयार किये जाते हैं. मौके पर क्षेत्र के 25 कृषक मौजूद थे.
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