पूर्णिया. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) के सचिव और मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में बाल देखभाल संस्थानों (सीसीआइ) के बच्चों द्वारा बाल दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया. यह आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पहल का एक हिस्सा था. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हाशिये पर रहने वाले और जरूरतमंद बच्चों को न्याय और देखभाल तक पहुंच प्राप्त हो. साथ ही बच्चों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाना, बच्चों का मनोबल बढ़ाना और उन्हें यह महसूस कराना था कि समाज और कानूनी प्रणाली उनकी भलाई के लिए प्रतिबद्ध है. इस अवसर पर एक सप्ताह तक चलने वाली विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया. इसमें विभिन्न प्रकार की रचनात्मक, सांस्कृतिक और खेल प्रतियोगिताएं शामिल थीं. इन गतिविधियों में चित्रकला, नृत्य, गायन, निबंध लेखन और खेल-कूद शामिल किया गया था. इससे बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का बेहतर अवसर मिला.कार्यक्रम समापन समारोह में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकर सचिव उपस्थित थे. गणमान्य व्यक्तियों ने बच्चों को संबोधित किया और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने, शिक्षा के महत्व और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करने हेतु प्रेरित किया. उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि बच्चों को मुफ्त कानूनी सहायता और उनके कल्याण से जुड़ी विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिले. सप्ताह भर चली प्रतियोगिताओं के विजेताओं को न्यायाधीश और मजिस्ट्रेट द्वारा पुरस्कार और प्रमाण पत्र वितरित किया गया.बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं, जिनमें नाटक, नृत्य और गीत शामिल थे.
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