पूर्णिया. फूड पॉइजनिंग से एक ही स्कूल की 14 से अधिक छात्राओं की तबीयत बिगड़ने से स्कूल में हड़कंप मच गया. जिसके बाद सभी को तत्काल जीएमसीएच के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया. सभी छात्राओं की उम्र 12 से 14 साल के बीच है. इनमें अधिकांश छठी, 8वीं एवं 9वीं की छात्राएं हैं. यह घटना शहर के कल्याण छात्रावास के पास स्थित गवर्नमेंट ओबीसी गर्ल्स स्कूल के छात्रावास में सोमवार की सुबह हुई. सभी ने सुबह के नाश्ते में लिट्टी-चटनी खाया था. इसके कुछ ही देर बाद अचानक सभी की तबीयत बिगड़ने लगी. छात्राओं को उल्टी, ठंड लगने, तेज सर दर्द और चक्कर आने लगे. घटना की सूचना जैसे ही छात्राओं के अभिभावकों को लगी, सभी स्कूल पहुंचने लगे, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने मेन गेट पर ही परिजनों को अंदर जाने से साफ मना कर दिया. इसके बाद परिजन नाराज हो गए और स्कूल प्रशासन के रवैए का विरोध किया. बाद में अभिभावक अस्पताल पहुंचे. इलाज के कुछ ही घंटे बाद सभी छात्राओं की तबीयत में सुधार होने लगा. इलाज कर रहे डा प्रज्ञा प्रसून ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में बच्चियों को फूड पॉइजनिंग हुआ है. इलाज के बाद सभी की तबीयत में सुधार हो गया है. फूड प्वाइजनिंग से बीमार हुई छात्राओं का नाम प्राची राज, शालिनी कुमारी, पीहू कुमारी, सपना कुमारी, चांदनी कुमारी, क्रिस्टी कुमारी, नवी कुमारी, छोटी कुमारी, दीया कुमारी, अंशु कुमारी, संगीता कुमारी, मीनाक्षी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, मिष्टी कुमारी, मानसी कुमारी है. छात्राओं ने बताया कि खाने में लिट्टी और चटनी बना था. सभी ने चटनी के साथ लिट्टी खाया. खाने के कुछ ही देर बाद सभी की तबीयत बिगड़ने लगी. पहले पांच, इसके बाद कुल 14 से अधिक बच्चियों की तबीयत बिगड़ गयी. वहीं स्कूल के प्रबंधन द्वारा बताया गया कि छात्राओं की घबराहट बढ़ गयी थी, इसी वजह से अस्पताल लाना पड़ा.
छात्राओं को सत्तू पराठा खिलाना था. उसकी जगह सत्तू-पूड़ी खिलाया गया. चूंकि तेल की मात्रा अधिक होने से छात्राओं को अपच हो गया और उल्टी होने लगी. इसके बाद सभी को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया. इलाज के बाद सभी की तबीयत ठीक है.अंजनी कुमार, डीडीसी, पूर्णियाB
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