पूर्णिया : अगर घर में कोई बीमार है या फिर आवश्यक दवाएं घर में उपलब्ध है या नहीं, इसे जरूर चेक कर लें. आज ही दवा खरीद भी लें. कल से तीन दिन तक दवा की दुकानें बंद रहेंगी. विभिन्न मांगों को लेकर दवा विक्रेता संघ ने 22-24 जनवरी तक राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा की है.
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आज खरीद लें जरूरी दवाएं कल से दवा दुकानों की हड़ताल
पूर्णिया : अगर घर में कोई बीमार है या फिर आवश्यक दवाएं घर में उपलब्ध है या नहीं, इसे जरूर चेक कर लें. आज ही दवा खरीद भी लें. कल से तीन दिन तक दवा की दुकानें बंद रहेंगी. विभिन्न मांगों को लेकर दवा विक्रेता संघ ने 22-24 जनवरी तक राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा की […]
इस बार संघ की ओर से कोई आपातकालीन सेवा रखने का इरादा नहीं है. इसलिए तीन दिन तक कोई भी दवा मिलना नामुमकिन हो जायेगा. जानकारी के मुताबिक, जिले में करीब 4 हजार दवा दुकानें हड़ताल में शामिल होंगी. इनमें से 1800 दुकानें केवल शहर में है.
चूंकि पूर्णिया ही थोक दवा विक्रेता का हब है. इसलिए इस हड़ताल का प्रभाव सीधे तौर पर कोसी व सीमांचल पर पड़ेगा. इसलिए कुछ खास दवाओं के लिए आज ही आसपास के जिलों के लोगों को भी पूर्णिया का चक्कर लगाना पड़ सकता है. इधर, सोमवार को लाइन बाजार में दवा विक्रेताओं की बैठक हुई. बैठक में फार्मासिस्ट के मामले में स्वास्थ्य विभाग के अड़ियल रवैये की आलोचना की गयी.
वक्ताओं ने कहा कि अन्य राज्यों में कौशल विकास योजना के तहत 421 घंटे का प्रशिक्षण देकर फार्मासिस्ट का मसला हल कर लिया है. उसी तरह से बिहार में भी वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए. या फिर दुकानों की संख्या के हिसाब से स्वास्थ्य विभाग खुद ही विक्रेताओं को फार्मासिस्ट मुहैया करा दे.
बैठक में प्रस्ताव लिया गया कि 22 जनवरी को सुबह 8 बजे से सभी दवा विक्रेता हड़ताल पर चले जायेंगे. बैठक में जिला दवा विक्रेता संघ के अध्यक्ष संतोष सिंह, सचिव लालमोहन सिंह, उपाध्यक्ष सुशील पंजियार, कोषाध्यक्ष गौतम कुमार, हाफिज, चंदन केसरी, विजय सिंह, ओमप्रकाश डोकानिया आदि ने भाग लिया.
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