पूर्णिया : सर्व शिक्षा अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष आयु के सभी बच्चों का नामांकन विद्यालय में कराया जा चुका है. परंतु शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति एवं वर्ग सापेक्ष दक्षता सुनिश्चित कराना विभाग के लिए बड़ी चुनौती है. इसी परिपेक्ष में सर्व शिक्षा अभियान एवं प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के सहयोग से कक्षा 3 से 5 के बच्चों को भाषा एवं गणित की बुनियादी शिक्षा देने के लिए जिले के 14 प्रखंड के 2 हजार 158 विद्यालयों में विशेष शिक्षण कार्यक्रम के तहत विशेष वर्ग का संचालित किया गया है. इसका उद्देश्य कमजोड़ छात्र को अपने वर्ग के अनुकूल तैयार करना है.
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विशेष कार्यक्रम के तहत बच्चों को दी जा रही है प्रारंभिक शिक्षा
पूर्णिया : सर्व शिक्षा अभियान के तहत 6 से 14 वर्ष आयु के सभी बच्चों का नामांकन विद्यालय में कराया जा चुका है. परंतु शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति एवं वर्ग सापेक्ष दक्षता सुनिश्चित कराना विभाग के लिए बड़ी चुनौती है. इसी परिपेक्ष में सर्व शिक्षा अभियान एवं प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के सहयोग से कक्षा 3 […]
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के कुल 2 हजार 198 विद्यालयों में से 2 हजार 158 विद्यालयों के कक्षा 3 से 5 कक्षा तक कुल 03 लाख 0655 छात्र नामांकित है. इनमें 1 लाख 55 हजार 933 बच्चों की दक्षता की जांच प्रखंडवार करायी गयी है. वेश लाइन सर्वेक्षण के अनुसार भाषा की प्रारंभिक जानकारी 22 हजार 216 बच्चों में 14 प्रतिशत ही है. अक्षर ज्ञान सिर्फ 43 हजार 470 बच्चों में 27 प्रतिशत है. अनुच्छेद की जानकारी 27 हजार 316 बच्चों में 17 प्रतिशत ही पाया गया है. कहानी पढ़ने की क्षमता 19 हजार 375 छात्रों में 12 प्रतिशत ही है.
इसी प्रकार गणित स्तर की प्रारंभिक ज्ञान 10 हजार 561 छात्रों में 6 प्रतिशत है. जबकि 1-9 अंक की पहचान करने वाले 28 हजार 285 छात्र में 18 प्रतिशत को ही जानकारी है. 10 से 99 अंक तक की जानकारी 37 हजार 136 छात्रों में 23 प्रतिशत है. जोड़ का ज्ञान 39 हजार 173 छात्रों में 25 प्रतिशत ही है. घटाव का ज्ञान 24 हजार 908 छात्रों में 15 प्रतिशत जानकारी रखते है. भाग का ज्ञान 15 हजार 870 यानी 10 प्रतिशत छात्रों को जानकारी है.
कक्षा में कमजोर छात्रों की दक्षता की जांच बाद अलग-अलग ग्रुप बनाकर छात्रों को प्रतिदिन विद्यालय में दो घंटा विशेष शिक्षण दिया जा रहा है. इसमें एक घंटा भाषा से संबंधित एवं एक घंटा गणित से संबंधित जानकारी दिया जा रहा है.
इसके संचालन से जहां छात्रों में दक्षता की कमी को पूरा किया जा रहा है वही छात्रों को मूल वर्ग में जाने लायक जानकारी भी दिया जाता है. माह के अंत में बच्चों की दक्षता परीक्षा ली जाती है. परीक्षा के आधार पर सफल होने वाले छात्र को अपने मूल वर्ग में भेजा जाता है. सर्व शिक्षा अभियान एवं प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की संयुक्त तत्वाधान में जिले के सभी विद्यालयों में 01 जुलाई से वर्ग संचालन किया जा रहा है.
प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के जिला समन्वयक हेमंत कुमार ने बताया कि जिले 2 हजार 158 विद्यालयों में विशेष शिक्षण कार्यक्रम के तहत विशेष कक्षा का संचालित किया जा रहा है. इससे 03-05 कक्षा में पढ़ने वाले कमजोड़ छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में वरदान साबित हो रहा है. विद्यालय के चयनित छात्रों को पहले सत्र में कक्षा संचालन कर भाषा एवं गणित की प्रारंभिक शिक्षा दो घंटा दिया जा रहा है. कार्यक्रम का अनुश्रवण जिला एवं प्रखंड स्तर के अधिकारी करते है. प्रगति संतोष प्रद है.
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