नौबतपुर. थाने के नरेंद्र रामपुर गांव के रहने वाले सोदी राय की बेटी की संदिग्ध हालात में ससुराल में मौत हो गयी. उसके पति संजय यादव की साल 2022 में सड़क हादसे में मौत हो चुकी है. ससुराल वालों ने बेटी के पिता को उसका शव भी नहीं सौंपा और वापस भेज दिया. मामले के संबंध में पिता सोदी राय का कहना है कि उसकी बेटी सुलेखा देवी की शादी बिहटा थाने के केल्हनपुर गांव निवासी संजय यादव से साल 2018 में हुई थी. उनका एक 6 साल का बेटा प्रिंस कुमार भी है. 2022 में सड़क हादसे में दामाद की मौत हो गयी. उसके बाद से बेटी के प्रति ससुराल वालों का व्यवहार बदल गया. सब मिलकर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे. 24 मार्च को सुलेखा के भाई हरेंद्र कुमार को केल्हनपुर गांव से किसी व्यक्ति ने फोन कर बताया कि 13 मार्च को दोपहर 12 बजे सुलेखा को उसके ससुर और देवर अपने साथ बाइक पर लेकर चल गया है. 25 मार्च को पिता और भाई ससुराल पहुंचे तो पाया कि उनकी बहन वहां नहीं थी, मगर भांजा प्रिंस मौजूद था. मां के बारे में पूछने पर वह रोने लगा. ससुराल वालों ने कोई जवाब नहीं दिया. गांव वालों ने कहा कि उसे गायब कर दिया है. जबकि पिता का कहना है कि इन लोगों के मिलकर मेरी बेटी को मार दिया है. शव भी कहीं छिपा दिया है. इस मामले में पिता के बयान पर बिहटा थाने में ससुर मुन्ना यादव, सास मुन्नी देवी सहित ससुराल के अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है.
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