संवाददाता, पटना
रेलवे बोर्ड के निर्देश पर अब रेल दानापुर मंडल में रेलवे के वेंडरों की एक अलग पहचान होगी. अब वे क्यूआर कोड वाले पहचान पत्र (आइकार्ड) पहनेंगे. क्यूआर कोड को स्कैन करते ही वेंडर का नाम, आधार संख्या, चिकित्सकीय फिटनेस प्रमाणपत्र, पुलिस सत्यापन तिथि एवं वैधता, तैनाती इकाई और लाइसेंस धारक का नाम सामने आ जायेगा. दानापुर मंडल में इस नयी व्यवस्था को लागू कर दिया गया है. इसके तहत शनिवार को मंडल के पटना जंक्शन, दानापुर, राजेंद्रनगर टर्मिनल सहित कई प्रमुख स्टेशनों पर क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र जारी किये गये. एक अभियान के तहत इसकी शुरुआत की गयी. वहीं रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अब स्टेशन और ट्रेन में बिकने वाली सभी खाद्य सामग्री के गुणवत्ता की जिम्मेदारी सीधे तौर पर तय हो सकेगी. साथ ही अवैध वेंडिंग पर रोक लगेगी.अवैध वेंडिंग पर लगेगी रोक
दरअसल, रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में खानपान की गुणवत्ता पर निगरानी बढ़ाने और अवैध वेंडिंग पर अंकुश लगाने के लिए रेलवे बोर्ड ने वेंडरों व दुकानदारों की पहचान प्रमाणिक करने का दिशा-निर्देश जारी किया है. आने वाले दिनों में दानापुर मंडल के अलावा पूमरे के सभी पांचों मंडलों के सभी स्टेशनों और ट्रेनों में कार्यरत रेलवे व आइआरसीटीसी के अधिकृत विक्रेताओं, वेंडरों, सहायकों, लाइसेंसधारकों व उनके कर्मचारियों के लिए प्रमाणपत्र जारी कर दिये जायेंगे. इस नयी व्यवस्था से पटना जंक्शन समेत अन्य रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में अवैध वेंडिंग पर रोक लगेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

