संवाददाता, पटना सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अब लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) में आने वाले मरीजों को औसतन 49 मिनट के भीतर इलाज मिल रहा है. निबंधन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद तो यह समय घटकर मात्र 37 मिनट रह गया है. जनवरी 2024 में जहां औसत प्रतीक्षा समय 72 मिनट था, वहीं अप्रैल 2025 तक यह घटकर 37 मिनट पर आ गया है. इसका मुख्य कारण अस्पतालों में तकनीकी व्यवस्था का विस्तार, ऑनलाइन निबंधन प्रणाली और चिकित्सकों की बेहतर तैनाती को माना जा रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2025 में राज्य के ओपीडी में 25 लाख 47 हजार से अधिक मरीजों ने इलाज कराया. इनमें से 23 लाख 23 हजार से अधिक मरीजों ने ””””आभा शेयर-स्कैन”””” के माध्यम से ऑनलाइन निबंधन कराया. मरीजों को न केवल तेज सेवाएं मिल रही हैं, बल्कि उन्हें चिकित्सकीय सलाह के साथ मुफ्त दवाएं भी उपलब्ध करायी जा रही हैं. अप्रैल महीने में ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों के बीच आठ लाख 27 हजार दवाएं मुफ्त वितरित की गयी. इसके अलावा, 94 हजार 751 मरीजों की पैथोलॉजिकल जांच और दो लाख 85 हजार 876 मरीजों का एक्स-रे भी मुफ्त में किया गया. मालूम हो कि ये आंकड़े राज्य सरकार के जिला अस्पतालों,अनुमंडलीय अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के हैं. इसमें मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को शामिल नहीं किया गया है. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के इन प्रयासों से मरीजों को राहत मिल रही है और अस्पतालों में भीड़-भाड़ के बावजूद इलाज की प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक तेज हो गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है