संवाददाता, पटना : होली में परदेशियों का आना शुरू हो गया है. मंगलवार को अन्य दिनों की तुलना में अधिक भीड़ देखने को मिली. कई यात्री वेटिंग में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, रांची, लखनऊ, जयपुर आदि से पटना आये. इधर भारी भीड़ के बीच घंटों सफर के बाद पटना आ रहे लोगों के लिए ट्रेनों की लेटलतीफी परेशानी बनी हुई है. पटना जंक्शन पर बुधवार को 21 से भी अधिक ट्रेनें देरी से पहुंचीं. सबसे ज्यादा लेटलतीफी नयी दिल्ली-पटना होली स्पेशल रही. ट्रेन नंबर 02394 पटना जंक्शन पर नौ घंटे देरी से आयी.
ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं
यात्रियों का कहना है कि एक तो ट्रेनों में भारी भीड़ आ रही है, ऊपर से उमस भरी गर्मी में गंतव्य तक लेटलतीफ होने के कारण रास्ते भर यात्रा फजीहत भरी रह रही है. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और पुणे की ओर से दानापुर और पटना आने वाली ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं है. संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस और तेजस राजधानी में भी वेटिंग टिकट पर सफर को मारामारी की स्थिति है. भीड़ की वजह से संपूर्ण क्रांति की एसी बोगी का हाल जेनरल की तरह हो गया था. आलम यह है कि बीच के स्टेशनों से ट्रेन पकड़ने वाले लोगों को बर्थ पर तक पहुंचना मुश्किल है. एक बार बर्थ पर बैठ गये, तो शौचालय तक जाना जंग जीतने जैसा है. पटना आने वाली मगध, विक्रशमिला, श्रमजीवी समेत विभिन्न दिशाओं की ट्रेनों में जेनरल डब्बे में बोगी के पायदान से शौचालय तक सफर कर लोग पहुंचे. पटना से खुलने वाली राज्यरानी, पटना गया पैसेंजर समेत इंटरसिटी ट्रेनों में भी भारी भीड़ रही.
ये ट्रेनें देरी से पहुंचीं
हावड़ा-हरिद्वार 30 मिनट, राजेंद्रनगर-नयी दिल्ली स्पेशल तीन घंटे 35 मिनट, बरौनी-दिल्ली स्पेशल चार घंटे 40 मिनट, पटना होली स्पेशल पांच घंटे 15 मिनट, पटना-गया पैसेंजर दो घंटे, अकाल तख्त 30 मिनट, 04410 नयी दिल्ली-पटना स्पेशल सात घंटे 15 मिनट, मगध एक घंटा, विक्रमशिला दो घंटे, श्रमजीवी दो घंटे 30 मिनट, संपूर्ण क्रांति एक घंटा, तेजस राजधानी 16 मिनट की देरी से आयी. अन्य कई ट्रेनें भी आधे घंटा से एक घंटा तक लेट रहीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है