पटना . नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों आरक्षण-सीमा को 85 प्रतिशत करने के लिए विधानमंडल का विशेष सत्र बुलाने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र का जवाब न मिलने पर क्षोभ जताया है. सोमवार को जारी बयान में उन्होंने बिहार में आरक्षण-सीमा में 65 प्रतिशत तक की वृद्धि के लिए राजद की पीठ थपथपाई. साथ ही उन्होंने दावा किया कि ऐसा उनकी सरकार में हुआ. राजद नेता तेजस्वी ने अपने बयान में सवाल उठाया कि क्या मुख्यमंत्री ने मेरे पत्र का उत्तर इसलिए नहीं दिया, क्योंकि उनके पास उत्तर नहीं है? अथवा वे आदतन ऐसा करते हैं या अधिकारी उन्हें पत्र दिखाते ही नहीं? उन्होंने कहा कि आखिर मुख्यमंत्री हमारी सरकार द्वारा बढ़ाई गयी 65 प्रतिशत आरक्षण-सीमा को संविधान की नौवीं अनुसूची में सम्मिलित कराने में असफल क्यों हैं?
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