SIR Row Bihar: बिहार में मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर छिड़ी राजनीतिक जंग में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने विपक्ष पर पलटवार किया है. उन्होंने तेजस्वी यादव पर गलत जानकारी फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही SIR को सही ठहरा चुका है, लेकिन महागठबंधन जानबूझकर भ्रम फैला रहा है.
बिहार की सियासत में SIR विवाद
बिहार की सियासत में इन दिनों SIR विवाद गरमाया हुआ है. बुधवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें SIR के बारे में सही जानकारी नहीं है. राय ने याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही चुनाव आयोग के फैसले को वैध ठहरा चुका है.
राय ने आरोप लगाया—
“तेजस्वी जी और महागठबंधन के नेता बार-बार चुनाव आयोग पर सवाल उठाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं. क्या वे फर्जी मतदाताओं के सहारे चुनाव जीतना चाहते हैं? यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है.”
उन्होंने स्पष्ट किया कि SIR का मकसद मतदाता सूची से फर्जी, मृतक और डुप्लीकेट नाम हटाना है, ताकि वास्तविक मतदाताओं को ही मतदान का अधिकार मिले और चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष रहे.
सियासी तकरार जारी
विपक्ष का आरोप है कि SIR के नाम पर लाखों मतदाताओं को सूची से हटाने की साजिश हो रही है, जबकि सत्तापक्ष इसे पूरी तरह पारदर्शी और कानूनी प्रक्रिया बताता है. नित्यानंद राय ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार लोकतंत्र की मजबूती के लिए प्रतिबद्ध हैं और किसी भी तरह की मतदाता सूची में हेराफेरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

