Samrat Choudhary: गृह मंत्री बनते ही सम्राट चौधरी का एक्शन मोड ऑन हो गया है. ऐसे में उनके आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. सुरक्षाकर्मी केवल उनको ही आवास पर जाने दे रहे हैं जिनका आने वाले लोगों की लिस्ट में पहले से नाम है. समर्थकों के साथ कंकड़बाग से मिलने आये एक डॉक्टर का लिस्ट में नाम नहीं होने के कारण उन्हें रोक दिया गया था.
कई विधायकों ने की सम्राट चौधरी से मुलाकात
जानकारी के मुताबिक, करीब साढ़े 12 बजे लघु जल संसाधन मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन, डिप्टी सीएम से मिलकर निकले थे. पूर्व मंत्री जनक राम सहित कई विधायक और सर्मथकों का इतना लंबा तांता था कि सम्राट चौधरी पार्टी कार्यालय तय समय से करीब दो घंटा बाद पहुंचे. कार्यालय में उनका भव्य स्वागत किया गया.
अधिकारियों को बंद कमरे में दिया टास्क
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गृह मंत्री के रूप में शनिवार से ही काम करना शुरू कर दिया. सरकार के आला अधिकारी उनके सरकारी आवास पर पहुंचे. सभी को बंद कमरे में टास्क दिये गये. इस बीच बिहार की कानून व्यवस्था जहां से नियंत्रित होती है, उस पटेल भवन में पहली बार कोई गृह मंत्री बैठेगा. अभी तक यह विभाग मुख्यमंत्री के पास था. सम्राट चौधरी के गृह मंत्री बनने की घोषणा होते ही मंत्री रूम को सजाया संवारा जा रहा है. नेम प्लेट भी लगा दी गयी है.
‘हफ्तेभर रुकिये, बिहार से अपराधी भागेंगे बाहर’
सम्राट चौधरी ने बिहार से अपराधियों के सफाया पर भी खुलकर अपनी बात रखी थी. उन्होंने कहा था, बिहार के सुशासन ने वहां से अराजकता को हमेशा के लिए समाप्त किया है. बिहार अपराधियों के लिए नहीं है. यहां से अपराधियों को बाहर जाना होगा. उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा के नेतृत्व और नीतीश कुमार के निर्देशन में मुझे बिहार में गृह मंत्री के तौर पर काम करने का मौका दिया गया है.
‘बिहार में अपराधियों की खैर नहीं’
सम्राट चौधरी ने इस दौरान सात दिन में कानून व्यवस्था और पब्लिक फ्रेंडली पुलिसिंग के मॉडल पर काम शुरू करने की बात कही. गृह मंत्री ने कहा कि पांच-सात दिन रुकिये, यहां एक भी अपराधी को नहीं रहने दिया जायेगा, अराजकता-जंगलराज समाप्त हो गया है. सुशासन लगातार स्थापित रहेगा. अपराधियों की अब यहां खैर नहीं है.

