पटना. संपतचक अंचल के सीओ नंद किशोर प्रसाद निराला अवैध रूप से शहर में समानांतर अंचल कार्यालय चला रहे थे. कंकड़बाग में पत्रकार नगर थाना अंतर्गत ऑरेंज होटल की बगल के एक मकान में इस कार्यालय को चलाये जाने की गुप्त सूचना डीएम को मिली थी. इसके बाद पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने पटना सदर एसडीओ को स्थानीय पत्रकार नगर थाने की पुलिस के साथ स्पॉट पर भेजा, जिन्होंने अवैध ढंग से संचालित कार्यालय पर छापेमारी की.
पटना जिला प्रशासन की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि छापेमारी के दौरान मनोज कुमार नाम का एक दलाल पकड़ा गया. उसके पास से मिले एक मोबाइल से सीओ, राजस्व कर्मचारी और अन्य के साथ राजस्व संबंधी दस्तावेजों व संदिग्ध सूचनाओं का वाट्सएप के माध्यम से आदान-प्रदान पता चला है. इस कमरे में एक लैपटॉप, एक कंप्यूटर, एक प्रिंटर और राजस्व संबंधी अनेक दस्तावेज भी मिले, जो संपतचक अंचल कार्यालय से संबंधित हैं.
पटना जिला प्रशासन की ओर से दी गयी सूचना के मुताबिक अंचल के दाखिल-खारिज, परिमार्जन एवं लगान रसीद से संबंधित अनेक मामलों का इस मोबाइल में संदेहास्पद विवरण उपलब्ध था. इससे अंचलाधिकारी, संपतचक की संलिप्तता स्पष्ट होती है. छापेमारी के समय कमरे में अंचल के ही एक अन्य कर्मी कार्यपालक सहायक आशुतोष कुमार भी उपस्थित मिले. जिला प्रशासन ने बताया है कि कंकड़बाग के इस भवन में अंचलाधिकारी, संपतचक का आवास नहीं है. पूछताछ में मकान मालिक ने बताया कि उन्हें सीओ किराये के तौर पर 11,000 रुपये प्रतिमाह देते हैं.
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डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि नियमावली के तहत अपने कार्यालय से अन्यत्र समानांतर अवैध कार्यालय संचालित करना और बाह्य व्यक्तियों से अवैध ढंग से कार्य कराना घोर आपत्तिजनक है. सीओ को नियमतः अंचल में स्थित अपने कार्यालय से ही सरकारी दायित्वों का निर्वहन किया जाना है. अन्यत्र अवैध ढंग से कार्यालय का संचालन सरकारी कर्मियों के आचरण के विरुद्ध और आपराधिक काम है. डीएम ने कहा कि सीओ, हल्का कर्मचारी व कार्यपालक सहायक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी. दलाल मनोज कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है और उसे जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.