– मिलावट रोकने के लिए दूध ढोने वाले टैंकरों व वितरकों की गाड़ियों में लगेगी जीपीएस
– सरकार की ओर से संचालित दूध कलेक्शन सेंटर, सुधा की सभी यूनिटों पर रखी जायेगी विशेष निगरानी
– पटना स्थित कॉम्फेड में कंट्रोल व कमांडर सेंटर से की जायेगी मॉनिटरिंग, सरकार ने दी स्वीकृतिमनोज कुमार, पटना
दूध की गाड़ियों में लगेंगे डाटा लॉगर
दूध की गाड़ियों में तापक्रम के लिए डाटा लॉगर की स्थापना की जायेगी. इन सभी आंकड़ों का डाटाबेस में संरक्षित करने के अतिरिक्त बड़े वीडियो फॉर्मेट में भी देखा जा सकेगा. इसमें स्वचालित दूध कलेक्शन सेंटरों से प्राप्त आंकड़ें प्रदर्शित होंगे. इसकी मॉनिटरिंग के लिए हमेशा एक कर्मी मौजूद रहेगा.डाटा मॉनीटरिंग से किसानों को समय पर भुगतान
विभिन्न दूध संघों की दूध से संबंधित सभी डाटा की एकीकृत मॉनीटरिंग होगी. रियल टाइम में डाटा का विश्नेषण होगा. इससे उत्पादन, वितरण और लेन-देन का प्रबंधन बेहतर किया जायेगा. दूध आपूर्ति करने वाले किसानों को समय पर भुगतान किया जायेगा.समय पर डीबीटी के माध्यम से किसानों का भुगतान हो पायेगा.22 डेयरी प्लांटों समेत इन यूनिटों पर नजर रखना होगा आसान
राज्य में 22 डेयरी प्लांट, 11 चिलिंग प्वाइंट, 480 बल्क मिल्क कूलर, तीन आइसक्रीम प्लांट, पाउडर प्लांट पर नजर रखना आसान होगा. राज्यभर में 30434 से अधिक दूध समितियां हैं. इन समितियों की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन देखी जा सकेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

