60 मोटर बोट और 1233 नाव लगातार राहत व बचाव कार्य में लगे हुए हैं संवाददाता, पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नदियों के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जल स्तर को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को पूरी तरह अलर्ट रहने और प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द पूरी संवेदनशीलता से मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है. उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच आनुग्रहिक राहत राशि (जीआर) का वितरण जल्द कराने और बाढ़ के दौरान फसल क्षति को लेकर किसानों के बीच राशि का भुगतान कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग को बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों का पुनर्स्थापन कराने के लिए कहा है. इससे लोगों को आवागमन में परेशानी नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने यह बातें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किये जा रहे राहत व बचाव कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में कहीं. वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक अणे मार्ग स्थित ¬‘संकल्प’ में आयोजित बैठक में सीएम ने नदियों के जल स्तर की अपडेट स्थिति की भी जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के बीच राहत और बचाव कार्य पूरी मुस्तैदी से करते रहें. सरकार में आने के बाद से ही हमलोग आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं. मॉनसून के पूर्व संभावित बाढ़, सुखाड़ और अन्य आपदाओं को लेकर तैयारियों की समीक्षा की जाती है और एसओपी के अनुसार सभी को कार्य करने के निर्देश दिये जाते हैं. बैठक में विकास आयुक्त सह आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की अपडेट स्थिति सहित नदियों के जल स्तर के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बाढ़ राहत कैंपों में प्रभावित लोगों के लिए एसओपी के अनुसार सारी व्यवस्थाएं की गयी हैं. एनडीआरएफ की सात टीमें और एसडीआरएफ की नौ टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. 60 मोटर बोट और 1233 नाव लगातार काम कर रहे हैं. आपदा प्रबंधन विभाग राहत एवं बचाव कार्यों पर नजर बनाये हुए है. बाढ़ प्रभावित लोगों को आनुग्रहिक राहत राशि (जीआर) वितरण करने के लिए डीएम को सूची बनाने का निर्देश दिया गया है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी, भोजपुर के जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया और पटना के जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने अपने-अपने जिलों में किये जा रहे राहत व बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी दी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

