संवाददाता, पटना
अंतरराष्ट्रीय हाथी दिवस पर मंगलवार को दरियापुर स्थित पटना कॉलेजिएट स्कूल में वन्य जीव संरक्षण और सुरक्षा पर विशेष सत्र का आयोजन किया गया. इस दौरान बच्चों ने जाना कि कैसे हाथी पर्यावरण और इंसानी सभ्यता के लिए बहुत जरूरी जीव है. इस दौरान इको क्लब के नोडल प्रभारी, विश्व मानव अधिकार संरक्षण पुरस्कार से सम्मानित डॉ जय नारायण दुबे ने कहा कि विश्व हाथी दिवस का उद्देश्य अफ्रीकी और एशियाई हाथियों की गंभीर समस्याओं से बच्चों को जागरूक कराया. इसके साथ ही बंदी तथा जंगली हाथियों की बेहतर देखभाल और प्रबंधन के लिए ज्ञान और सकारात्मक समाधानों को साझा किया. इसके साथ ही शिक्षक रेडी धर्मवीर सिंह ने कहा कि अवैध शिकार, प्राकृतिक वास, नुकसान, मानव -हाथी संघर्ष को रोकना है. प्लस टू शिक्षिका सुधा सिंह ने कहा कि भारत में विश्व के लगभग 60 प्रतिशत जंगली हाथियों की आबादी पायी जाती है व 33 हाथी अभ्यारण्य और 150 हाथी चैनल चिह्नित किये गये हैं. भारत में हाथियों का राष्ट्रीय धरोहर पशु का दर्जा प्रदान किया है. लगभग पूरे विश्व में 30,000 हाथी मौजूद हैं, जिनकी देखभाल सुरक्षा हम सभी की नैतिक प्राकृतिक व संवैधानिक जिम्मेदारी है. कार्यक्रम में इको क्लब के सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

