PM Modi Rally: बिहार के राजनीतिक माहौल में इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा 22 अगस्त की है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गया जिले के बोधगया पहुंचकर 1675 करोड़ रुपये की 30 से अधिक विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. आगामी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले होने वाली यह रैली न केवल विकास की सौगात लाएगी, बल्कि सियासी समीकरणों को भी नया मोड़ दे सकती है.
22 अगस्त को गया आएंगे पीएम मोदी
मगध विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित होने वाली यह जनसभा बिहार में पीएम मोदी का अब तक का सबसे बड़ा चुनाव-पूर्व कार्यक्रम मानी जा रही है. आयोजन स्थल को युद्धस्तर पर सजाया-संवारा जा रहा है—80 x 40 फीट का विशाल मंच, ड्रोन और सीसीटीवी से लैस सुरक्षा व्यवस्था और ढाई लाख से अधिक लोगों की बैठने की क्षमता वाला पंडाल, सब कुछ इस बात का संकेत है कि भाजपा और एनडीए इस रैली को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते.
बीजेपी का दावा है कि इस जनसभा में 3 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे, जिससे यह राज्य की अब तक की सबसे बड़ी रैलियों में से एक बन सकती है.
करोड़ों की सौगात देंगे पीएम मोदी
संभावित परियोजनाओं की सूची में गया में पर्यटन और बौद्ध सर्किट विकास योजनाएं, एनएच-83 और एनएच-2 के चौड़ीकरण का काम, बोधगया एयरपोर्ट विस्तार योजना, नए रेलवे ओवरब्रिज और स्टेशन आधुनिकीकरण, स्थानीय जलापूर्ति एवं सीवरेज प्रोजेक्ट और आधुनिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का उद्घाटन शामिल है.
गया दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करोड़ों की योजनाओं की सौगात देंगे. इसमें मगध प्रमंडल के जिलों के लिए कई बड़ी योजनाओं की सौगात मिल सकती है. फिलहाल पीएम मोदी के आगमन को लेकर गया जी के गांधी मैदान, बेलागंज और बोधगया में स्थान संभावित किए गए हैं. इसमें एक स्थान पर अंतिम मुहर लगनी है, जो कि एक-दो दिनों में इस पर अंतिम मुहर लगेगी. सम्राट चौधरी के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक हुई है.
सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री, ने बताया- “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के चिंता करते हैं और वह जब भी बिहार आते हैं तो बिहार वासियों के लिए सौगात लाते हैं. इस बार वह 22 अगस्त को गया आ रहे हैं और गया जिले के लोगों के लिए प्रधानमंत्री मोदी सौगात लाने वाले हैं. हम लोगों ने सभा स्थल का निरीक्षण किया है. कार्यक्रम को लेकर तैयारी की जा रही है. 1675 एकड़ जमीन में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण अंतिम चरण में है.”
धार्मिक महत्व और राजनीतिक संदेश
गया, विशेषकर बोधगया, बौद्ध धर्म का वैश्विक तीर्थ है. यहां भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. पीएम मोदी का यहां आना केवल विकास योजनाओं तक सीमित नहीं है; यह एक सांस्कृतिक और धार्मिक संदेश भी है, जो बिहार और पूर्वी भारत के मतदाताओं में गहरी पैठ बना सकता है.
हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष सुमन ने कहा, “मोक्षधाम गयाजी का धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्व है और प्रधानमंत्री की यात्रा इसे वैश्विक पर्यटन केंद्र बनाने के प्रयासों को गति देगी.”
चुनावी साल में मोदी का लगातार बिहार दौरा
यह कोई पहला मौका नहीं है जब पीएम मोदी ने बिहार को चुनाव से पहले बड़ी योजनाओं का तोहफा दिया हो.
18 जुलाई को मोतिहारी में 7200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की शुरुआत.
4 नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी.
इससे पहले सीवान, रोहतास, पटना, मधुबनी और दरभंगा में जनसभाएं.
इन लगातार दौरों से यह साफ है कि भाजपा बिहार चुनावों को लेकर पूरी तरह आक्रामक मोड में है.
Also Read:Jamaalapur vidhaanasabha: जमालपुर, आजादी के दीवानों से लेकर एशिया के सबसे बड़े रेल कारखाने तक

