Patna News: निफ्ट पटना के तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव ‘स्पेक्ट्रम’ का आगाज गुरुवार को हुआ. कार्यक्रम के पहले दिन सुबह से ही निफ्ट कैंपस गुलजार रहा. शाम से माहौल और बेहतर हुआ. क्राफ्ट बाजार में हाथों का हुनर, रैंप पर पारंपरिक कपड़े से आधुनिक फैशन को दिखाते छात्र-छात्राएं ने फैशन का तड़का लगा दिया. क्राफ्ट बाजार में निफ्ट के बच्चों और कलाकारों के हाथों का हुनर उनके उत्पादों में देखने को मिला. तरह-तरह के उत्पादों कपड़े, ज्वेलरी की प्रदर्शनी सह बिक्री हुई. रात तक छात्र-छात्राओं ने जमकर धमाल मचाया. रैंप पर मॉडल उतरे तो हर कोई चकाचौंध हो गया. फैशन स्पेक्ट्रम रंगारंग कार्यक्रमों एवं फैशन शो (रेडी टू वियर) का प्रारंभ स्वागत गीत एवं नृत्य से हुआ. हेरिटेज फैशन वॉक में फैशन के क्षेत्र में आधुनिकता के साथ परंपरा का सहज मिश्रण किया गया. प्रतियोगिताओं का देर रात ग्रुप डांस व एकल गायन एवं युगल गायन भी हुआ. फैशन शो में डिजाइनरों के द्वारा डिजाइन एवं निर्मित परिधानों का प्रदर्शन रैंप वॉक करके किया. फैशन शो में विभिन्न प्रकार के मटेरियल से बने परिधानों का प्रदर्शन किया गया.
वारसी ब्रदर्स की कव्वाली से गूंज उठा परिसर
वारसी ब्रदर्स की कव्वाली पर तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा निफ्ट परिसर गूंज उठा. राजस्थानी गीत रंगीलो मारो ढोलना और बॉलीवुड के हिंदी गाने गाकर ब्रदर्स ने लोगों को थिरकने को मजबूर कर दिया. वारसी ब्रदर्स की कव्वाली ने खूब तालियां बंटोरी. मोसे नैना मिला के…, सुख पाऊं राम भजन में सो सुख नाहिं अमीरी में मन लाग्यो मेरो यार फकीरी में… भला बुरा सब का सुनलीजै कर गुजरान गरीबी में मन लाग्यो मेरो यार फकीरी में… गीत पर सभी झूम उठे.
बुनकरों से लिए कपड़े को दिया आधुनिक रूप
रैंप पर निफ्ट के छात्र-छात्राओं बुनकरों से लिए पारंपरिक फैब्रिक को आधुनिक डिजाइन दिए कपड़े को पहनकर फैशन वॉक किया, तो सभी देखकर दंग रह गये. छात्र-छात्राओं ने बुनकरों के साथ भी फैशन वॉक किया जिनसे उनके मनोबल को बढ़ावा मिला. हेरिटेज फैशन वॉक में फैशन के क्षेत्र में आधुनिकता के साथ परंपरा का सहज मिश्रण किया गया.
स्टूडेंट्स फ्लैश मॉब में जमकर झूमे
इस मौके पर आइआइटी के अन्वेषा फैशन वॉक के दो बार विजेता रह चुके टीम ने फैशन वॉक किया. फैशन वॉक को आइआइटी फैशन वॉक दिया गया. इसके अलावे फ्लैश मॉब कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें टीडी विभाग, एमएफएम विभाग आदि के बच्चों ने दिल वालों के दिल का करार लूटने, हवन करेंगे समेत अन्य गीतों पर खूब थिरके.
‘क्राफ्ट बाजार’ में बिहारी शिल्प को मिली पहचान
स्पेक्ट्रम के पहले दिन क्राफ्ट बाजार का उद्घाटन हुआ. इस अवसर पर बिहार के विभिन्न कोने से कलाकार शामिल हुए और अपनी कला को प्रदर्शित किया. बिहार के विभिन्न शिल्प समूहों के 30 कारीगरों की प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया. कारीगरों ने मधुबनी कला से बने उत्पाद, बांस से बने उत्पाद, काठ की लकड़ी से बने उत्पाद, सुजनी कला, टिकुली कला आदि उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी. कलाकारों के हुनर को पहले दिन ही अच्छा बाजार मिला. क्राफ्ट बाजार में जीविका के साथ ही कॉलेज के वर्तमान और पूर्व छात्रों ने भी अपने हस्तनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी.
जिले के 60 कलाकारों ने वर्कशॉप में लिया भाग
इस मौके पर विभिन्न जिले से आये कलाकारों के लिए वर्कशॉप का भी आयोजन किया गया. करीब 60 कलाकार शामिल हुए. तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में अपने उत्पादों को बेहतर बाजार दिलाने के लिए इन्हें विशेषज्ञों की ओर से मार्गदर्शन मिलेगा. दरभंगा से आयी माइक्रम (किनारी कला) आर्टिस्ट समिता कुमारी ने बताया कि वे इन्हें खुद बनाती हैं और बेचने के लिए बीते 12-14 वर्षों से देश के अलग अलग शहरों में आयोजित इस तरह के हस्तशिल्प व करघा प्रदर्शनी में भाग लेती रही है. उनके सामानों की हर जगह अच्छी बिक्री हुई है. आज प्रदर्शनी का पहला दिन होने के नाते बहुत बिक्री नहीं हुई, लेकिन उम्मीद है कल यह पूरी रफ्तार पकड़ लेगी और बड़ी संख्या में लोग हस्तशिल्प वस्तुओं को देखने और उसे खरीदने आयेंगे.
जूट को वीगन ऊल के रूप में किया जायेगा विकसित: गिरिराज सिंह
देश के अंदर हस्तशिल्प-हस्तकरघा एक बहुत बड़ी ताकत है. करीब एक करोड़ लोग इससे जुड़े हुए हैं. जूट को वीगन ऊल के रूप में विकसित किया जायेगा और जल्द ही बाजार में शामिल किया जायेगा. इसका काम पूरा हो गया है. यह बातें निफ्ट पटना के तीन दिवसीय वार्षिक कार्यक्रम ‘स्पेक्ट्रम’ के उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे केंद्रीय मंत्री कपड़ा मंत्रालय भारत सरकार गिरिराज सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय के फैशन को ध्यान में रखते हुए, लोगों के पसंद का और लोगों के लिए क्राफ्ट तैयार करने की आवश्यकता है. शिल्पकारों को विशेष जोर देते हुए कहा कि आज इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और डिजाइन को एक मंच पर लाने की जरूरत है.
मेरी परिकल्पना है की बाजार आपके घर तक आये. शिल्पकारों को लोगों की रुचि में ध्यान रखते हुए शिल्प पर काम करने की जरूरत है. देश के 19 निफ्ट को फैशन व डिजाइन के साथ-साथ टेक्नोलॉजी पर भी काम करने की जरूरत है. उन्होंने निफ्ट के बच्चों और कलाकारों को अपने काम में बारीकी लाने को प्रोत्साहित किया और कहा कि बाजार चाहते हैं तो इसके लिए मोबाइल का सदुपयोग करना सीखें. गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में भी दिल्ली हाट के तर्ज पर बिहार में भी कलाकारों के उत्पादों को बाजार देने की पहल की जायेगी. इसपर कार्य किया जा रहा है. मौके पर निफ्ट पटना के निदेशक कर्नल राहुल शर्मा के साथ कई गणमान्य लोग मौजूद रहे.
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