वीरपुर, कटिहार व समस्तीपुर प्रक्षेत्र के अभियंताओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम संवाददाता, पटना जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विभाग के अभियंताओं से कहा है कि तटबंधों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील स्थलों का निरंतर निरीक्षण करें. सभी स्थानों तक विभागीय अधिकारी पहुंचें और निरीक्षण करें. इससे अधिकांश समस्याओं का समाधान सुनिश्चित हो सकेगा. इस बार मॉनसून से पूर्व सभी कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से निर्धारित समय से पहले पूरा किया जाए. मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यह बातें बुधवार को बाढ़ संघर्षात्मक कार्य एवं पूर्ववर्ती अनुभवों से सीख विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद कहीं. इसका आयोजन पटना के ज्ञान भवन में किया गया. मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मॉनसून काल विभाग के लिए परीक्षा की घड़ी है. इसमें सभी अधिकारी पूर्ण निष्ठा और सजगता के साथ काम करें. बाढ़ जैसी आपदा के समय में सामुदायिक प्रयास की सबसे अधिक आवश्यकता होती है. उन्होंने कहा कि स्थानीय जनता के साथ विश्वासपूर्ण संबंध बनाने का काम समय से पूर्व स्थल निरीक्षण और तत्पर कार्यशैली से ही अर्जित किया जा सकता है. तटबंधों की नियमित निगरानी और बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को लेकर अभियंताओं की सजगता से स्थानीय लोगों में उनके काम के प्रति विश्वास कायम होगा. प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने कहा कि इस वर्ष मॉनसून के समय से पूर्व आगमन की संभावना है, जिससे विभाग की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है. उन्होंने अधिकारियों को लगातार सतर्क रहकर तटबंधों की निगरानी करने और रैट होल्स, साहिल होल्स सहित फॉक्स होल्स जैसे कमजोरियों को चिन्हित कर त्वरित मरम्मति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. साथ ही, उन्होंने आगामी पांच महीनों तक बाढ़ सुरक्षा कार्यों को पूरी गंभीरता व तत्परता के साथ संचालित करने पर बल दिया. 550 अभियंता हुए शामिल : प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन वीरपुर, कटिहार और समस्तीपुर प्रक्षेत्र के करीब 550 कनीय से अभियंता प्रमुख तक शामिल हुए. स्वागत भाषण अभियंता प्रमुख (बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण) शरद कुमार ने दिया. इस प्रशिक्षण का उद्देश्य विभागीय अभियंताओं को बाढ़ प्रबंधन से संबंधित पूर्व अनुभवों और नवीनतम तकनीकों के आधार पर क्रियान्वयन, समन्वय एवं नेतृत्व कौशल में दक्ष बनाना है. कार्यक्रम में विभाग के अपर सचिव नवीन, अपर सचिव पवन कुमार सिन्हा, अभियंता प्रमुख (मुख्यालय) शरद कुमार, अभियंता प्रमुख (सिंचाई सृजन) अवधेश कुमार, सलाहकार (नीतिगत मामले) रविंद्र कुमार शंकर, वाल्मी शासी पर्षद के परामर्शी अध्यक्ष ईश्वर चंद्र ठाकुर आदि उपस्थित थे.
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