New Road In Bihar: बिहार में रोड कनेक्टिविटी को सरकार लगातार मजबूत कर रही है. अब नई सरकार का गठन हो गया है. मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हो गया है. ऐसे में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी फुल एक्शन मोड में आ गए हैं. दरअसल, गांव में जिन भी टोलों में पक्की सड़क नहीं बन पाई है, वहां सरकार रोड बनाने के लिये ग्रामीणों से जमीन लीज पर लेगी.
2013 में शुरू हुई थी योजना
ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा एलान कर दिया है. मंत्री अशोक चौधरी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना साल 2013 में शुरू हुई थी. इस योजना के तहत गांवों के टोलों को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिये 70 प्रतिशत से भी ज्यादा काम हो चुके हैं. लेकिन बाकी के ऐसे टोले जहां सड़क नहीं बन पाई है. इसकी वजह जमीन नहीं मिलना बताया गया. लेकिन अब जल्द ही नई सड़कें बनाई जायेगी. जिससे टोलों की सड़कों का जुड़ाव मुख्य सड़क से हो जायेगा.
वन से टू लेन बनेंगी सड़कें
जानकारी के मुताबिक, ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत अब तक लगभग 3968 किलोमीटर लंबे रोड का निर्माण हो गया है. सरकार ने मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत 42022 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने का लक्ष्य तय किया था. मंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि प्रखंड से जिला मुख्यालयों को जोड़ने के लिये टू लेन सड़कें बनाई जायेंगी. फिलहाल, ये सड़कें वन लेन वाली है. जल्द ही इस योजना पर भी काम शुरू किया जायेगा.
नई सरकार बनते ही विकास कार्यों में आई तेजी
इसके साथ ही बिहार सरकार की तरफ से OPRMC (Output and Performance-Based Road Maintenance Contract) लागू कर दिया गया था. इसी प्रणाली के अनुसार राज्य में सड़कों का रख-रखाव किया जा रहा है. इसके अलावा जूनियर इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियर मॉनिटरिंग के लिये मौजूद रहेंगे. इस तरह से नई सरकार बनने के बाद विकास कार्यों में तेजी आ गई है. जितने भी काम चुनाव के दौरान रूके हुए थे, उनमें तेजी ला दी गई है.

