Patna News: पटना ज़िले के दुल्हिन बाज़ार प्रखंड के काब गाँव में गुरुवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई. 45 वर्षीय किसान सियाराम साव ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी. परिवार का आरोप है कि माइक्रोफ़ाइनेंस कंपनी के लगातार दबाव और वसूली एजेंटों की धमकियों ने सियाराम को यह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया.
कर्ज़ और वसूली का दबाव बना जानलेवा
स्थानीय लोगों के मुताबिक, सियाराम साव ने कुछ साल पहले माइक्रोफ़ाइनेंस कंपनी से लोन लिया था. हाल के महीनों में सूखे और आर्थिक तंगी के कारण वह समय पर किश्त नहीं चुका पाए. कंपनी के कलेक्शन एजेंट अक्सर उनके घर पहुंचकर पैसे वसूलने के लिए दबाव बनाते थे. परिजनों का कहना है कि मानसिक तनाव और अपमानजनक व्यवहार ने उनकी हालत बिगाड़ दी.
कार्रवाई और मुआवज़े की मांग
विधायक ने मृतक परिवार को मुआवज़ा देने, दोषी माइक्रोफ़ाइनेंस कंपनी और वसूली एजेंटों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की. साथ ही उन्होंने 1 लाख रुपये तक के माइक्रोफ़ाइनेंस लोन माफ करने और ग्रामीण गरीबों के लिए वैकल्पिक वित्तीय सहायता की योजना लागू करने की अपील की.
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