संवाददाता, पटना बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार झा ने अपर मुख्य सचिव सिद्धार्थ को ज्ञापन देकर मध्यमा बोर्ड में प्लस टू (12वीं) स्तर तक की पढ़ाई शुरू करने की मांग की. वर्तमान में बोर्ड द्वारा वर्ग एक से 10वीं तक की पढ़ाई संस्कृत माध्यम से होती है. अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार झा ने बताया कि बोर्ड द्वारा राष्ट्रीय नयी शिक्षा नीति के मानकों को ध्यान में रखकर वर्ग एक से दशम तक का नूतन पाठ्यक्रम तैयार कर सरकार को अनुमोदन के लिए समर्पित किया है. वहीं, नयी शिक्षा नीति में भी विद्यालय शिक्षा को 12वीं तक एकीकृत रूप से संचालित करने की बात कही गयी है. इसे देखते हुए मध्यमा बोर्ड को भी प्लस टू स्तर तक विस्तारित किया जाना चाहिए, ताकि विद्यार्थियों को संस्कृत शिक्षा की निरंतरता के साथ-साथ उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में समान अवसर मिल सकें. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने आश्वासन दिया कि मांगों पर गंभीरता से विचार किया जायेगा और शीघ्र ही विभागीय प्रक्रिया पूरी कर शिक्षा विभाग स्तर पर आवश्यक कदम उठाये जायेंगे.
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