कश्मीर के पहलगाम में पिछले महीने हुए आतंकी हमले का जवाब भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में बसे आतंकी ठिकानों को तबाह करके दिया. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया. कई आतंकियों को ढेर किया गया. वहीं दोनों देशों के बीच चल रहे हमले को रोकने पर बात बनी और शनिवार को भारत-पाकिस्तान ने सीजफायर पर हामी भरी. इस सीजफायर की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की तो इसकी नाराजगी भी हिंदुस्तान के लोगों के अंदर दिखी. राजद ने इसपर सवाल उठाए हैं.
मनोज झा ने ट्रंप को निशाने पर लिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सीजफायर को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किए हैं. ट्रंप की पोस्ट पर राजद नेता मनोज कुमार झा ने समचार एजेंसी ANI को प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ‘हमने बेहद टारगेट पर हमले किए थे. 9 ठिकानों पर हमले किए थे. आतंक के प्रयोगशाला पर हमले किए. उसके विपरीत हमने अपने लोग खोए, आर्मी जवानों को खोया.
ट्रंप को बताया स्वघोषित सरपंच
मनोज झा ने कहा कि हमारी प्रेस वार्ता से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति ने घोषणा की. शिमला समझौते के तहत भी ये कतई उचित नहीं था. सरकार ने इसके विरोध की कोशिश की भी. जो अपने आप को दुनिया के स्वघोषित सरपंच समझते हैं उनका बायन हमारे जैसे विशाल लोकतांत्रिक देश के लिए सही नहीं है.
कश्मीर हजारों साल पुराना मुद्दा कैसे? मनोज झा का सवाल
ट्रंप ने एक पोस्ट में भारत-पाकिस्तान को बैठाकर ‘हजारों साल पुराने कश्मीर मुद्दे’ पर बातचीत करने की बात कही तो इसपर भी मनोज झा भड़के. उन्होंने कहा कि आप होते कौन हैं? राजद नेता ने कहा कि ट्रंप अपनी जानकारी दुरुस्त करें. जो देश 78 साल पहले पैदा हुआ उसके लिए आप कह रहे हैं कश्मीर हजार साल पुराना मुद्दा है.
सरकार से की ये मांग…
मनोज झा ने कहा कि हमें जियो पॉल्टिकल फुटबॉल समझने की भूल ना करें. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की ओर से इसका सख्त प्रतिकार होना चाहिए. सवाल किसी पार्टी का नहीं है सवाल इस देश के मिजाज का है. इसका प्रतिकार साझा रूप से पक्ष और विपक्ष दोनों को करना होगा.