पटना. राज्य में कालाजार की रोकथाम और नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर सक्रिय हो गया है. इस सप्ताह से बिहार के 32 जिलों में कालाजार, एचआइवी-कालाजार और पीकेडीएल (त्वचा से संबंधित कालाजार) के छिपे मरीजों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाया जायेगा. आशा घर-घर जाकर संभावित मरीजों की जांच करेंगी. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, एक आशा रोजाना 50 घरों में सर्वे कर संभावित मरीजों की पहचान करेगी. अभियान के तहत वर्ष 2022 से अप्रैल 2025 के बीच मिले कालाजार मरीजों के घर से 500 मीटर के दायरे में खोज की जायेगी.
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