पटना के कोतवाली थाने के मौर्यालोक परिसर में गुरुवार की सुबह एक युवती अर्धबेहोशी की हालत में मिली. उसके शरीर पर कई जगह मसलन हाथ, पांव पर किसी धारदार हथियार या ब्लेड से कटे होने के ताजा निशान थे. उसके बांये पैर पर ब्लेड से काट कर आइ हेट यू लिखा था.
गुमशुदगी का मामला परिजनों ने कराया था दर्ज
पुलिस ने युवती को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. जब उसकी हालत में सुधार हुआ, तो उसने अपने आप को गया जिले की रहने वाली बताया. हालांकि वह मौर्यालोक कॉम्पलेक्स में कैसे पहुंच गयी, इसकी जानकारी उसे नहीं है. इधर, पुलिस ने उसके परिजनों को फोन कर युवती के संबंध में जानकारी दी और पटना बुलाया. परिजन पहुंचे और बताया कि गायब होने के बाद गया के कोतवाली थाने में ही गुमशुदगी का मामला दर्ज करा दिया था. परिजन युवती को अपने साथ लेकर चले गये.
युवती को गलत नीयत से अगवा कर मारपीट की- बोले परिजन
परिजनों ने पुलिस को केवल यह जानकारी दी कि युवती को गलत नीयत से अगवा कर मारपीट की गयी है. कोतवाली थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने बताया कि युवती को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. युवती ने बताया कि वह बुधवार को डालमिया नगर में सामान खरीदने गयी थी, जहां उसे बेहोशी जैसा लगने लगा. इसी बीच एक टेंपो वहां पहुंचा, जिस पर वह बैठ गयी.
जिस टेंपो पर युवती बैठी उसपर...
जिस टेंपो पर युवती बैठी उसपर दो युवक पहले से बैठे थे. इसके बाद उसे जब होश आया, तो वह एक ट्रक में थी और अगल-बगल दो युवक बैठे थे. इसके बाद उसे कुछ याद नहीं है. युवती ने पटना पुलिस को जो जानकारी दी है कि उसके अनुसार, वह कोचिंग संस्थान में मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं की काउंसेलिंग करती थी.
सहयोगी के ऊपर भी लगाये आरोप
युवती ने यह भी बताया है कि उसका सहयोगी आनंद यादव उसे कई दिनों से परेशान कर रहा था. वह मना करने पर भी नहीं मान रहा था. यह बात उसने अपने परिजनों को बतायी और चार-पांच दिन पहले उसने कोचिंग सेंटर में काम करना छोड़ दिया.
युवती ने अपने बयान में कहा...
युवती ने अपने बयान में यह भी कहा है कि उसके साथ आनंद ने ही कुछ किया है और उसे यहां लाकर छोड़ दिया है. इधर, मौर्यालोक परिसर में उसे अर्ध बेहोशी की हालत में महिला गार्ड ने देखा और फिर पूछताछ की तो उसके संबंध में पूरी जानकारी मिली. इसके बाद कोतवाली पुलिस को बुला कर महिला गार्ड ने उनके हवाले कर दिया.