Industrial Revolution In Bihar: बिहार में उद्योग के विकास को लेकर राज्य सरकार अक्सर तत्पर दिख रही है. बिहार के विकास के उद्देश्य से राज्य औद्योगिकीकरण की तरफ बढ़ता जा रहा है. इतना ही नहीं, बिहार ने कई बड़े-बड़े निवेशकों को अपनी ओर खींचा है. बड़ी-बड़ी कंपनियां बिहार में निवेश करना चाह रही है. जानकारी के मुताबिक, बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 में करीब 1 लाख 80 हजार करोड़ रुपये के निवेश को लेकर हस्ताक्षर किए गए हैं. सरकार की बिहार स्टार्टअप नीति युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही है. ऐसे में बिहार में गया जिले का डोभी और पटना का बिहटा नई उड़ान के लिए तैयार है.
गया का डोभी बनेगा औद्योगिक हब
गया जिले के डोभी की बात करें तो, यहां राज्य का पहला और देश का सबसे विकसित औद्योगिक पार्क बनाया जा रहा है. खबर की माने तो, यह कोलकाता-अमृतसर कॉरिडोर औद्योगिक पार्क के लगभग 1670 एकड़ जमीन पर बनाया जा रहा है. इतना ही नहीं, जमीन अधिग्रहण का काम भी जिला प्रशासन की ओर से औद्योगिक पार्क के निर्माण के लिए शुरू कर दिया गया है. दरअसल, डोभी के गमहरिया गांव में लगभग 475 एकड़ सरकारी जमीन विभाग को दे दी गई है. तो वहीं अन्य जमीन पर भी अधिग्रहण का काम चल रहा है. माना जा रहा है कि, डोभी गमहरिया गांव में बन रहा इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर परियोजना जिले के लिए बहुत फायदेमंद होगा. योजना बनाई गई है कि, यहां बड़े और मध्यम दर्जे के उद्योग लगाए जायेंगे. तो वहीं, बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रियां लगने से जिले का भी विकास होगा.
बिहटा में तीन नई औद्योगिक इकाइयों का उद्घाटन
गया के डोभी के अलावा पटना का बिहटा भी औद्योगिक हब बनने जा रहा है. दरअसल, सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं और उद्यमियों की भागीदारी से बिहटा एक बड़े औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित होगा, जो कि बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. याद दिला दें कि, 25 मार्च 2025 को बिहटा में तीन नई औद्योगिक इकाइयों का उद्घाटन और एक इकाई का शिलान्यास किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान डी वेगा बांड, एंजल्स प्राइवेट लिमिटेड, आइन स्पाइरल और नमस्ते इंडिया एनआईएफ प्राइवेट लिमिटेड जैसी इकाइयों की शुरुआत हुई. इन सभी इकाईयों में करोड़ों रुपये निवेश किए जायेंगे. खासकर इससे करीब 800 लोगों को रोजगार मिलने की भी बात कही जा रही है.
बिहार स्टार्टअप नीति युवाओं के लिए मददगार
बता दें कि, सरकार की ओर से उद्योग को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. बिहार स्टार्टअप नीति युवाओं के लिए मददगार साबित हो रही. इस नीति की बात करें तो, इसके तहत बिहार के युवा उद्यमियों को पूरे 10 साल के लिए बिना ब्याज के ही 10 लाख रुपये तक की सहायता राशि दी जाती है. यह राशि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत सीड फंड के रूप में दी जाती है. बिहार में युवा व्यवसायियों के लिए एक स्टार्टअप प्लेटफॉर्म बनाया गया है. इससे उन्हें नीतियों और कार्यक्रमों का लाभ उठाने में मदद मिलेगी. इस तरह से बिहार भी अब उद्योग के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ता हपआ दिखाई दे रहा है.
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