संवाददाता, पटना बिहार स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 10 और 11 मई को अलग-अलग जिलों में छापेमारी कर चार वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक नक्सली, एक बैंक डकैती का अभियुक्त एक कुख्यात शूटर और शेखपुरा का टॉप-10 इनामी बदमाश धनराज शामिल है. सभी अभियुक्त लंबे समय से फरार चल रहे थे और इन पर कई संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं. एसटीएफ की कार्रवाई से तीनों जिलों की पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. गया जिले के आमस थाना क्षेत्र से वांछित नक्सली देव कुमार पासवान धराया: एसटीएफ की विशेष टीम ने 10 मई को गया जिले के आमस थाना क्षेत्र से वांछित नक्सली देव कुमार पासवान को गिरफ्तार किया. उल्लेखनीय है कि 8 नवंबर 2018 को डुमरिया थाना क्षेत्र के जंगलों में सुरक्षा बलों द्वारा चलाये गये सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने आइईइडी ब्लास्ट किया था. इस घटना में देव कुमार की संलिप्तता पाई गई थी. लंबे समय से वह फरार चल रहा था. मुजफ्फरपुर में बैंक लूट का आरोपी चंदन कुमार पकड़ा गया: उसी दिन मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना क्षेत्र से वांछित अपराधी चन्दन कुमार को गिरफ्तार किया गया. वह ब्रजेश कुमार का पुत्र है और मीनापुर थाना क्षेत्र के जामिन मठिया का निवासी है. उसके खिलाफ मोतीपुर थाना कांड संख्या 41/20 के तहत धारा 395 भा.दं.वि. के अंतर्गत मामला दर्ज है. इस कांड में बैंक ऑफ इंडिया, मोतीपुर शाखा से करीब 14 लाख रुपये की लूट की गई थी. जांच में सामने आया कि चन्दन इस डकैती का मुख्य अभियुक्त है. एसटीएफ ने उसे कांटी क्षेत्र से छापेमारी कर पकड़ा. कैमूर के खजुरा बाजार हत्याकांड में शामिल मो अफरोज गिरफ्तार: 11 मई को एसटीएफ ने पटना के फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र से कुख्यात अपराधी मो अफरोज को दबोच लिया. वह मो फिरोज का पुत्र है और बीबीगंज चिटकोली, पटना का निवासी है. उस पर दुर्गावती थाना, कैमूर के कांड संख्या 150/25के तहत बीएनएस की धारा 109, 103, 3(5) तथा आर्म्स एक्ट की धारा 27 के तहत मामला दर्ज है. मो अफरोज ने अपने साथियों के साथ नौ मई को खजुरा बाजार (दुर्गावती) में फायरिंग की थी, जिसमें उत्तर प्रदेश के चन्दौली जिले के निवासी तारकेश्वर पासवान एवं कृष्णा पासवान की गोली लगने से मौत हो गई थी. वह हत्या, लूट और आर्म्स एक्ट से जुड़े कई मामलों में पटना एवं कैमूर जिले में वांछित था. शेखपुरा का टॉप-10 इनामी बदमाश धनराज गिरफ्तार बिहार एसटीएफ और शेखपुरा पुलिस ने 11 मई को बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के टॉप-10 अपराधियों में शामिल 25 हजार के इनामी बदमाश राजकुमार उर्फ धनराज कुमार को गिरफ्तार कर लिया. वह बरबीघा थाना क्षेत्र के बेलवा गांव निवासी सोनू राउत का बेटा है और कई संगीन मामलों में वांछित था. पुलिस ने उसे बरबीघा थाना कांड संख्या 50/24, मामले में गिरफ्तार किया है. उस पर भारतीय दंड विधान की धारा 394 के तहत लूट का केस दर्ज था. जानकारी के अनुसार, 3 फरवरी 2024 को बरबीघा क्षेत्र के राकेश कुमार के घर में हथियारबंद लुटेरों ने धावा बोल दिया था. अपराधियों ने परिवार को बंधक बनाकर स्वर्ण आभूषण और नगदी लूट ली थी. जांच में राजकुमार उर्फ धनराज की संलिप्तता सामने आई थी, जिसके बाद से वह फरार चल रहा था.उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. एसटीएफ और शेखपुरा पुलिस की संयुक्त टीम ने गुप्त सूचना पर छापेमारी कर उसे पकड. लिया. धनराज के खिलाफ बरबीघा थाना में लूट, रंगदारी और हथियारबंदी से जुड़े कई गंभीर मामले दर्ज हैं. पुलिस अब उससे पूछताछ कर उसके गैंग और अन्य वारदातों की कड़ियां जोड़ने में जुटी है. उसकी गिरफ्तारी से इलाके में दहशत के बाद भी राहत का माहौल है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है