प्रतिनिधि, दानापुर पिछले दो दिनों में गंगा के जलस्तर में करीब ढाई फुट वृद्धि होने से दियारा क्षेत्र के निचले इलाकों में सोन-सोता के जरिये गंगा का पानी फैलने शुरू हो गया है. गंगा का जलस्तर खतरे के निशाने से मात्र डेढ फुट नीचे बह रहा है. गंगा के जलस्तर धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा शुक्रवार की शाम को देवनानाला पर गंगा का जल स्तर 165.50 फुट रिकॉर्ड किया गया . जबकि खतरे का निशान 167 फुट है. गंगा के जलस्तर में हो रही बढ़ोत्तरी से दियारा निचले इलाकों व तटवर्टी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के आंखों से नींद गायब हो गयी है. दियारे के लोगों ने बताया कि सोना -सोता के जरिये शंकरपुर, कासीमचक, हेतनपुर, पुरानी पानापुर, मानस व नवदियरी के निचले इलाकों व तटवर्टी क्षेत्र में पानी फैलना शुरू हो गया है. विभाग के कनीय अभियंता बीरेंद्र ने बताया कि पिछले दो दिनों में ढाई फुट गंगा का जलस्तर वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि देवनानाला गेट समेत बड़े स्यूलिस गेट को बंद कर दिया गया है. जदयू प्रदेश महासचिव विनोद कुमार सिंह, रवि भूषण उर्फ बेला यादव , अरशद हुसैन , ओम प्रकाश यादव , दिनेश प्रसाद व संजय सिंह ने मुख्यमंत्री, आपदा प्रबंधन मंत्री, डीएम व एसडीओ से गंगा में सरकारी स्तर पर नाव का परिचालन करने की मांग की है. सीओ चंदन कुमार ने बताया कि खतरे के निशान से डेढ़ फुट नीचे पानी बह रहा है. उन्होंने बताया कि गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि पर प्रशासन की ओर से विशेष नजर रखी जा रही है. फतुहा में सिरपतपुर के पास नदी का तटबंध टूटा फ़तुहा. महत्माइन, कररुआ, भूतही आदि बरसाती नदियों ने तांडव मचाना शुरू कर दिया है . सिरपतपुर गांव से पांच सौ मीटर पश्चिम धोबा नदी के तटबंध पर ओवरफ्लो के कारण तटबंध टूट गया . बरसाती धोवा नदी फ़तुहा के हाजीपुर , सूपनचक, अरियागटोला कोल्हर, सर्वाहनपुर,जयनंदनपुर, लसगरीचक, सोतीचक आदि गांवों में कहर बरपा रही है.कई किसानों के खेतों में पानी घुस गया है. छिहत्तर और महावीर टोला गांव का मनेर शहर से संपर्क टूटा मनेर. कित्ता चौहत्तर पूर्वी पंचायत के छिहत्तर और महावीर टोला गांव को जोड़ने वाली सड़क बाढ़ के पानी से डूब गयी है. इससे दोनों गांवों का संपर्क मनेर शहर से टूट गया है. हाथी टोला, इस्लामगंज और दुधेला सहित आसपास के निचले इलाकों स्थित सोन सोता नदी में बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ रहा है.दूधैला में बन रहे पुल का एप्रोच भी डूब गया है जिस कारण से अब वहां से सवारी ऑटो वहां नहीं चल पा रहे हैं. कई अन्य गांवों में बाढ़ का पानी घुसना शुरू कर दिया है. छिहत्तर गांव के लोगों ने तत्काल नाव चलवाने की मांग की है. देवदहा और सीताचक में तटबंध टूटा, रिहायशी इलाकों में पानी घुसने से घरों से निकले लोग मसौढ़ी . धनरूआ प्रखंड के देवदहा और सीताचक इलाकों में शुक्रवार को बाढ़ का कहर टूट पड़ा, जब दरधा नदी के किनारे दो स्थानों पर तटबंध टूट गए. कई जगहों पर घरों के अंदर पानी घुस गया. दरियापुर और भखरी गांव के बीच दरधा नदी का तटबंध टूट जाने से दरियापुर, मुस्तफापुर, भखरी, देवदाह, बरबीघा, चकजिया, मठियापर, लक्ष्मीचक और चक्कजोहरा जैसे गांव प्रभावित हो गये. इन गांवों में खेतों में लगी धान की फसल पूरी तरह डूब गयी है. सीताचक इलाके में बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया. लगभग 10–12 घरों में पानी भर गया, जिससे वहां रहने वाले परिवारों को अपना सामान लेकर बाहर निकलना पड़ा. पुनपुन नदी खतरे के निशान से एक इंच नीचे, सस्पेंशन ब्रिज का स्पॉटिंग एंगल डूबा मसौढ़ी . पुनपुन प्रखंड स्थित पुनपुन नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. शुक्रवार दोपहर तक नदी का जलस्तर खतरे के निशान 50.60 से एक इंच यानि 49.60 नीचे था. नदी के जलस्तर बढ़ने से निर्माणरत सस्पेंशन ब्रिज के स्पॉटिंग एंगल पानी में डूब गये है.ं जलस्तर बढ़ने से पुनपुन के निचले इलाकों पर खतरा बढ़ गया है. इसी तरह नदी का जलस्तर में वृद्धि होती रही और जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया तो तटबंध के ऊपर से रिसाव होकर निचले इलाकों के खेत में पानी घुसने की आशंका रहती है. दनियावां में मसनदपुर टाल का जमींदारी बांध दूसरी बार फिर टूटा दनियावां. प्रखंड के मसनदपुर के टाल क्षेत्र का तटबंध दोबारा टूटने से हजारों बिगहा जमीन जलमग्न हो गयी. ग्रामीणों ने बताया कि इस जमींदारी बांध के स्विस पुल के पास 10 दिन पूर्व बांध कट गया था उसके बाद दो तीन दिनों से नदी में आये उफान की वजह से पुल के दूसरी ओर भी जमींदारी बांध कट गया. जिससे हजारों बिगहा खेत जलमग्न हो गये. हालांकि सूचना मिलते ही जलसंसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता सुमन सौरव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच कर बांध को बांधने का प्रयास शुरू कर दिया था.
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