बाबा बागेश्वरधाम सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री को अगर निमंत्रण मिले तो वो पाकिस्तान जाकर भी कथा करेंगे. ऐसा उन्होंने खुद कहा है. एक निजी हिंदी न्यूज चैनल पर इंटरव्यू के दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि बिहार में उन्हें कथा करने की परमिशन लेने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. उन्होंने अपने कार्यक्रम को राजनीति से दूर बताया. दरअसल, बिहार में बागेश्वर बाबा का दिव्य दरबार लगा है. गोपालगंज के भोरे प्रखंड के रामनगर में हनुमंत कथा का आयोजन कराया जा रहा है.
बिहार में छिड़ने वाले विवाद पर जतायी नाराजगी
बिहार में हनुमंत कथा करने और दिव्य दरबार लगाने पहुंचे पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने टीवी चैनल पर इंटरव्यू के दौरान कहा कि बिहार से उनका पुरान नाता है. जब भी वो बिहार आते हैं तब बेवजह विवाद खड़ा किया जाता है. उन्होंने कहा- मेरा उद्देश्य सनातन और हिंदुत्व का प्रचार करना है. हिंदु एकता पर बात करना है. ये राजनेताओं का काम नहीं है. इसे राजनीति से इतना क्यों जोड़ते हैं ये नहीं पता. प्राचीन सनातन पद्धति को बचाने के लिए काम कर रहे हैं. किसी पार्टी के हम प्रचारक नहीं हैं, हम सनातन के विचारक हैं. बंटे हुए हिंदुओं को हम एक करने घर से निकले हैं. वर्तमान और पूर्व की सरकारों को इसपर विचार करना चाहिए.
पाकिस्तान जाकर कथा करने की इच्छा जतायी
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि राम के राष्ट्र में अगर राम के नाम पर रोक लगे तो ये दुखद है. उन्होंने कहा कि जो राम और राष्ट्र की बात करते हैं वो हमारे हैं. हम किसी एक के नहीं हम सबके हैं. बाबा बागेश्वर सरकार ने कहा कि हमारा कार्यक्रम पहले से ही निर्धारित रहता है. इसका चुनाव से कोई वास्ता नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर हमारे देश की सरकार साथ दे और पाकिस्तान से न्योता मिले तो हम वहां भी जाएंगे. हमें तो कथा करनी है, आप बुलाओ हम जरूर जाएंगे.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपना उद्देश्य बताया
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यहां (बिहार) परिमशन नहीं मिलती. काफी मशक्कत करनी पड़ती है जो बुरा लगता है. हालांकि उन्होंने कहा कि इसबार लोगों की सुरक्षा को लेकर कुछ बदलाव हुआ. लेकिन विवाद हर बार हो ही जाता है. बाबा बागेश्वर ने कहा कि हमारा किसी पार्टी का एजेंडा नहीं है. किसी की विचारधारा हमारी विचारधारा से मिल सकती है. इसमें हमारी गलती नहीं है. हमें हिंदु घटता और बंटता हुआ दिख रहा है इसलिए उन्हें जगाने हम आते हैं. इसमें विवाद पैदा करना उनकी संकुचित मानसिकता को दिखाता है.

