संवाददाता, पटनासरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठवीं के बच्चों की वार्षिक परीक्षा 10 मार्च से शुरू की जायेगी. विभागीय निर्देश के अनुसार वार्षिक परीक्षा और मूल्यांकन में किसी बच्चे को फेल नहीं किया जायेगा. कक्षा एक से आठवीं के बच्चों को मार्क्स के आधार पर ग्रेड दिया जायेगा. जिन बच्चों को डी और इ ग्रेड प्राप्त होगा, उन्हें दो महीने विशेष क्लास में परीक्षा की तैयारी करायी जायेगी. इसके बाद उन बच्चों की दोबारा परीक्षा आयोजित करायी जायेगी. डी और इ ग्रेड पाने वाले बच्चों को आगे की कक्षा में प्रोमोट तो कर दिया जायेगा, लेकिन दो माह के बाद आयोजित होने वाली परीक्षा में उन्हें शामिल होना पड़ेगा. डी और इ ग्रेड पाने वाले बच्चों को दक्ष क्लास में अलग से परीक्षा की तैयारी करायी जायेगी. डीइओ संजय कुमार ने बताया कि वार्षिक परीक्षा व मूूल्यांकन में डी और इ ग्रेड पाने वाले बच्चों को आगे की कक्षा में प्रोमोट किया जायेगा लेकिन स्कूल प्रबंधन की ओर से दो माह बाद आयोजित होने वाली परीक्षा में उन्हें शामिल होना पड़ेगा.
81 से 100 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वालों को मिलेगा ए ग्रेड
वार्षिक परीक्षा व मूल्यांकन में जिन बच्चों को 81 से 100 प्रतिशत अंक प्राप्त होगा उन्हें ए ग्रेड दिया जायेगा. वहीं 61 से 81 प्रतिशत पर बी ग्रेड, 41 से 60 प्रतिशत प्राप्त करने पर सी ग्रेड, 33 से 40 प्रतिशत वालों को डी और 0 से 32 प्रतिशत वालों को इ ग्रेड दिया जायेगा. विभागीय निर्देश के अनुसार स्कूलों में कमजोर बच्चों के लिए मिशन दक्ष के तहत कक्षा एक से आठवीं के बच्चों के लिए प्रतिदिन क्लास संचालित की जायेगी. निर्देश में कहा गया है कि यदि कोई बच्चा वार्षिक परीक्षा में असफल होता है तो उक्त स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षक जिम्मेदार होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है