Bihar Weather: बिहार में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है. अप्रैल के दूसरे सप्ताह में राज्यभर में तेज बारिश, वज्रपात और ओलावृष्टि का खतरा मंडरा रहा है. मंगलवार, 9 अप्रैल को बिहार के 27 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, वहीं 19 जिलों के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है. किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और सुपौल में ओले गिरने और आंधी के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है.
राज्य में चल रही हैं नमीयुक्त हवाएं
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार, यह बदलाव बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र, पश्चिमी विक्षोभ और एक द्रोणिका के प्रभाव के कारण हो रहा है. दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी से उठा निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है, जिससे नमीयुक्त हवाएं बिहार की ओर आ रही हैं. इसके साथ ही दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तरी बांग्लादेश तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में मौसम अस्थिर बना हुआ है.
किन जिलों में हो सकती है बारिश?
उत्तर और उत्तर-पूर्व बिहार के जिलों- सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, शिवहर, सुपौल, अररिया, सहरसा, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज के अलावा दक्षिण मध्य और दक्षिण पूर्व जिलों जैसे पटना, गया, नालंदा, बेगूसराय, लखीसराय, नवादा, शेखपुरा, जमुई, भागलपुर और बांका में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
तेज हवा और वज्रपात का भी खतरा
इन जिलों में हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. साथ ही वज्रपात और मेघगर्जन की संभावना बनी हुई है. IMD ने लोगों को सतर्क रहने, बिजली गिरने से बचने के उपाय अपनाने और खुले मैदानों से दूर रहने की सलाह दी है.

तापमान में नहीं दिखेगी बड़ी राहत
हालांकि बारिश का असर तापमान पर ज्यादा नहीं पड़ेगा. कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया और बक्सर जैसे जिलों में अधिकतम तापमान 38 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रह सकता है. राज्य में अचानक बदले मौसम के कारण किसानों और आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर उन जिलों में जहां ओलावृष्टि की संभावना है.
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