Bihar Politics: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन ऐसा अनोखा दृश्य देखने को मिला, जिसने पूरे सदन का ध्यान खींच लिया. लाइव प्रसारण के दौरान स्क्रीन पर एक ही फ्रेम में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम), राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) और जेडीयू के प्रमुख नेताओं के परिवारजन साथ नजर आए. यह संयोग था या व्यवस्था. लेकिन इस दृश्य ने एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में परिवारवाद पर बहस को हवा दे दी.
एक फ्रेम में दिखे दीपक प्रकाश और उनकी मां स्नेहलता
सदन में सीटों की नई व्यवस्था के कारण जीतनराम मांझी की समधन और बाराचट्टी की विधायक ज्योति मांझी और उनकी पतोहू, इमामगंज की विधायक दीपा मांझी एक ही लाइन में अगल-बगल बैठी दिखाई दीं. उनके ठीक आगे की पंक्ति में रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के मंत्री बेटे दीपक प्रकाश बैठे थे, जबकि कुछ कदम पीछे उनकी मां और रालोमो विधायक स्नेहलता कुशवाहा थीं. स्नेहलता जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष प्रेम कुमार के निर्वाचन पर बोलने उठीं, लाइव फ्रेम में उनके सामने बैठे बेटे दीपक प्रकाश भी साथ दिखाई दे गए.

एक साथ दिखाई दिए हम, रालोमो और जेडीयू के परिवारजन
इतना ही नहीं, स्नेहलता कुशवाहा की दाहिनी ओर जेडीयू एमएलसी दिनेश सिंह और लोजपा सांसद वीणा सिंह की बेटी, गायघाट की विधायक कोमल सिंह भी मौजूद थीं. इस तरह तीन दलों- हम, रालोमो और जेडीयू के परिवारजन कुछ ही मीटर की दूरी में एक साथ दिखाई दिए, जिसकी चर्चा सदन के बाहर तक फैल गई.
इस बार के चुनाव में एनडीए और महागठबंधन दोनों का दिखा परिवारवाद
इस बार के चुनाव में एनडीए और महागठबंधन दोनों खेमों में नेताओं के परिजनों की बड़ी संख्या में जीत और हार हुई. सम्राट चौधरी, तेजस्वी यादव, नितिन नबीन, श्रेयसी सिंह, चेतन आनंद, विभा देवी, ओसामा शहाब सहित कई नेताओं की जीत हुई. वहीं हारने वालों में तेज प्रताप यादव, वीणा देवी, अजीत सिंह, शिवानी शुक्ला, फराज फातमी और कई परिचित नाम शामिल रहे.

