Bihar Police: पटना. बिहार सरकार अब हथियारों की अवैध तस्करी और गोली के क्रय-विक्रय पर विधि सम्मत नियंत्रण लाने के लिए नई नीति लागू करने की तैयारी में है. बिहार पुलिस ने बताया कि हथियारों के अवैध धंधेपर विशेष अभियान चलाकर बड़ी सफलता हासिल की गई है. हथियार के लिए गोलियों की आपूर्ति करनेवाले नेटवर्क पर भी कार्रवाई जारी है. गोली की खरीद-बिक्री पर नियंत्रण को लेकर बिहार सरकार एक नई नीति लागू करने जा रही है.
लाइसेंसी हथियार धारकों पर नजर सख्त
बिहार में लाइसेंसी हथियार धारकों की मृत्यु के बाद उनके हथियार और लाइसेंस के दुरुपयोग की सूचना आती रहती है. उनके लाइसेंस पर गोलियां खरीदकर अपराधियों को बेचे जाने की बात भी सामने आ रही है. इसके मद्देनजर पुलिस ने मृत हथियार धारकों के हथियार और लाइसेंस का सुराग ढूंढना शुरू कर दिया है. पुलिस छानबीन में कि फर्जी लाइसेंस पर पिस्टल के कारोबार का खुलासा हुआ है. पुलिस मुख्यालय पटना से आए निर्देश के आलोक में सभी थानेदारों को मृत लोगों के हथियारों और लाइसेंस के संबंध में जानकारी जुटाने का निर्देश दिया गया है. पुलिस को पता लगाने के लिए कहा गया है कि हथियार धारक की मृत्यु कब हुई, उनके हथियार अभी कहां हैं.
मुंगेर में हथियारों की मंडी, चरम पर है खरीद-बिक्री
मुंगेर अवैध हथियार के निर्माण व तस्करी को लेकर जहां राष्ट्रीय फलक पर चर्चित रहा है. वहीं यह शहर एके-47 व अत्याधुनिक हथियारों की मंडी के रूप में भी जाना जाता है. हालांकि अवैध हथियार निर्माण व तस्करी का धंधा मुंगेर के लिए कोई नयी बात नहीं है. वैसे पुलिस दबिश में कभी-कभी यह धंधा कमजोर पड़ जाता है, लेकिन एक बार फिर से अवैध हथियार के निर्माण व तस्करी के धंधा तेज हो गया है. यानी मुंगेर में एक बार फिर हथियारों की मंडी सजने लगी है. यहां बिहार ही नहीं देश के अन्य भागों से भी हथियार खरीदने के लिए अपराधिक गिरोह के साथ ही कारोबारी पहुंचने लगे. हर दिन यहां हथियारों की डील अब प्रारंभ हो गयी है. जिसने मुंगेर पुलिस की परेशानी बढ़ा दिया है.
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