Bihar Election 2025: पटना. बिहार विधानसभा चुनाव में मुकेश सहनी की वीआईपी के बाद अब एक और घटक दल झामुमो ने तेजस्वी यादव को कड़ा संदेश भेज दिया है. झारखंड विधानसभा की याद दिलाते हुए झामुमो ने महागठबंधन में अपनी हिस्सेदारी मांगी है. झामुमो नेता ने यह भी कहा कि हमने झारखंड चुनाव में राजद को 5% सीटें दी थीं. ऐसे में झामुमो को भी 243 का 5% यानी 12 सीटें मिलनी चाहिए. झामुमो नेता ने स्पष्ट कर दिया है कि वो महागठबंध में हाथ बांध कर खड़े नहीं रहेंगे. 15 तारीख तक अगर झामुमो को उचित हिस्सेदारी नहीं दी जाती है तो पार्टी अपने दूसरे विकल्प पर विचार करेगी.
कई सीटों पर जीत के लिए होगी हमारी जरूरत
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 15 अक्तूबर को झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक प्रस्तावित है. तब तक राजद को बिहार के महागठबंधन में घटक दलों की हिस्सेदारी साफ कर देनी चाहिए. चुनाव में पार्टी को सम्मानजनक समझौते के तहत जो भी सीटें मिलेंगी, उस पर झामुमो के उम्मीदवार लड़ेंगे. झामुमो नेता ने कहा कि बिहार की कई सीटें ऐसी हैं, जहां हम अगर उन्हें मदद नहीं करेंगे या हमारे नेता और कार्यकर्ता कैम्पेन नहीं करेंगे तो उसका सीधा नुकसान महागठबंधन को होगा. इसलिए यह समझना होगा कि स्वतंत्र राजनीतिक दल होने के नाते झामुमो हाथ बांध कर खड़ा नहीं है.
बराबरी का हो रिश्ता
2019 के चुनाव में झामुमो ने झारखंड में राजद को सात सीटें दी थीं. राजद ने एक (चतरा) सीट जीती. झामुमो ने गठबंधन धर्म निभाते हुए राजद को मंत्रिमंडल में जगह दी. 2024 के चुनाव में भी झारखंड के 05 प्रतिशत सीटों में छह सीट राजद को दी. राजद को चार में जीत मिली. उसके एक विधायक वर्तमान में मंत्री हैं. झामुमो भी बिहार में अपनी हिस्सेदारी चाहती है. राजद भी झामुझो को बिहार में उतना ही दे जितना झामुमो उसे झारखंड में देता आ रहा है. हमारा गठबंधन बराबरी का होना चाहिए.

