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बिहार बोर्ड: इस वर्ष दूसरे बोर्ड के 1.23 लाख विद्यार्थियों ने लिया 11वीं में नामांकन

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पर दूसरे बोर्ड के परीक्षार्थियों का विश्वास लगातार बढ़ रहा है. 11वीं में दूसरे बोर्ड के स्टूडेंट्स बड़ी संख्या में राज्य के सरकारी विद्यालयों में एडमिशन ले रहे हैं,

संवाददाता, पटना

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पर दूसरे बोर्ड के परीक्षार्थियों का विश्वास लगातार बढ़ रहा है. 11वीं में दूसरे बोर्ड के स्टूडेंट्स बड़ी संख्या में राज्य के सरकारी विद्यालयों में एडमिशन ले रहे हैं, जो बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के संबंद्धता प्राप्त प्लस टू स्कूलों हैं. इस बार 11वीं में कुल 12 लाख 82 हजार, 267 एडमिशन हुए हैं, जिनमें से बिहार बोर्ड से 10वीं करने वाले 11 लाख, 59 हजार, 220 स्टूडेंट्स हैं, जबकि सीबीएसइ से 10वीं करने वाले 90,908 स्टूडेंट्स शामिल हैं. वहीं, अन्य बोर्ड के 32,139 स्टूडेंट्स ने बिहार बोर्ड के स्कूलों में 11वीं में एडमिशन लिया है. बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि सीबीएसइ और अन्य बोर्ड के पिछले वर्ष 96 हजार विद्यार्थियों ने नामांकन लिय था, जबकि इस वर्ष सीबीएसइ एवं अन्य बोर्ड के एक लाख, 23 हजार 047 विद्यार्थियों ने 11वीं में बिहार बोर्ड में एडमिशन लिया है. पिछले साल से इस बार दूसरे बोर्ड के स्टूडेंट्स के एडमिशन में वृद्धि हुई है.

बिहार बोर्ड के संस्थानों में नामांकन लेने का मुख्य वजह परीक्षा के पैटर्न में बदलाव और उच्च तकनीक से परीक्षा फल का प्रकाशन: आनंद किशोर

समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि सीबीएसइ और आइसीएसइ सहित अन्य परीक्षा बोर्ड के स्टूडेंटों के बड़ी संख्या में बिहार बोर्ड में प्रतिवर्ष नामांकन लेने की मुख्य वजह परीक्षा के पैटर्न में बदलाव और उच्च तकनीक से रिजल्ट का प्रकाशन करना है. ऑनलाइन नामांकन की व्यवस्था के फलस्वरूप वर्ष 2018 से 2025 तक दूसरे बोर्ड के 8.13 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने बिहार बोर्ड के शिक्षण संस्थानों में नामांकन लिया है. वर्ष 2019 से बिहार बोर्ड लगातार इंटरमीडिएट व मैट्रिक परीक्षाओं का आयोजन और रिजल्ट देश में सबसे पहले जारी कर रहा है. उन्होंने कहा कि समय पर रिजल्ट जारी करने से विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिलता है. इसके अलावा विद्यार्थियों के हित में विषय व प्रश्नपत्र के पैटर्न में भी बदलाव किया गया. परीक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव को लागू करते हुए क्रियान्वित किया गया और बिहार बोर्ड को परीक्षा सुधारों को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष को सिविल सेवा 2022 के अवसर पर प्राइम मिनिस्टर्स अवार्ड फॉर एक्सेलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से सम्मानित किया गया. यही वजह है कि अन्य विद्यार्थी प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में बिहार बोर्ड के शिक्षण संस्थानों में नामांकन ले रहे हैं.

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