पटना : बिहार में हाल में आयी बाढ़ से प्रदेश के 40.60 लाख आबादी के अब भी इससे प्रभावित रहने के साथ राज्य की तीन नदियां आज भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के मुताबिक नालंदा जिला अंतर्गत बिहारशरीफ प्रखंड में विलासपुर ग्राम के समीप सकरी नदी का बायॉ जमींदारी बांध दो स्थान पर क्षतिग्रस्त हुआ है जिसके लिए कार्य कराकर बाढ़ स्थल को सुरक्षित करने की कार्रवाई की जा रही है. बिहार के शेष सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं. केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुनपुन नदी, कमला बलान और कोसी नदी को छोड़कर बिहार से गुजरने वाली गंगा नदी सहित अन्य नदियां यथा बूढी गंडक, बागमति नदी और महानंदा नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.
दूसरी बार आयी बाढ़ से 112 की मौत
आज प्रात: 6 बजे पुनपुन नदी का जलस्तर श्रीपालपुर में 160 सेमी एवं कोसी नदी का जलस्तर बलतारा 102 सेमी तथा कमला बलान नदी का जलस्तर आज प्रात: 8 बजे झंझारपुर में खतरे के निशान से 9 सेमी ऊपर था. मौसम विभाग के मुताबिक कल सुबह तक बिहार की सभी नदियों के जल ग्रहण क्षेत्रों में हल्की से साधारण वर्षा होने की संभावना है. बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी मुताबिक प्रदेश में गंगा सहित अन्य नदियों में हाल में आयी बाढ़ से कुल 112 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें भोजपुर जिला में 21, वैशाली में 20, समस्तीपुर में 15, बेगूसराय, पटना और सारण में 11..11, खगड़िया में 10, लखीसराय में 6, भागलपुर में 5 तथा बक्सर एवं मुंगेर जिला में एक..एक व्यक्ति की मौत हुई है.
बाढ़ से 3.90 लाख मवेशी प्रभावित हुए
बिहार में हाल में आयी बाढ़ से 3.90 लाख मवेशी प्रभावित हुए और मरने वाले मवेशियों की कुल संख्या 86 है. उल्लेखनीय है कि इस मौसम में बिहार में दो चरणों में आयी बाढ़ से प्रदेश के कुल 24 जिले प्रभावित हुए हैं और अबतक कुल 213 लोगों की जान जा चुकी है. बिहार में इन दिनों गंगा नदी के बढ़े हुए जल स्तर एवं तेज जल प्रवाह के कारण इस नदी के किनारे अवस्थित जिलों यथा बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगडिया, मुंगेर, भागलपुर एवं कटिहार जिलों में कमोबेस बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पटना, वैशाली, भोजपुर एवं सारण जिला के दियारा क्षेत्र :नदी किनारे वाले इलाके: बाढ से अधिक प्रभावित हैं.
राहत बचाव कार्य जारी
इन 12 जिलों की 40.60 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित है जिनमें से 4.03 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और इनमें से 1.50 लाख लोग सरकार द्वारा चलाए जा रहे 257 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. बाढ़ राहत शिविरों में लाये गए लोगों के लिए पका हुआ भोजन, पीने का पानी, महिला एवं पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वास्थ्य जांच, जरुरी दवाएं, साफ-सफाई एवं प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है. बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने के लिए कुल 2973 नावें परिचालित की जा रही हैं तथा एन0डी0आर0एफ और एस0डी0आर0एफ0 की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं.