पटना : बिहार में काफी खींचतान के बाद लागू हुई पीएम फसल बीमा की अवधि को आखिरकार विस्तार मिल गया है. राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को 31 अगस्त तक कराने की राज्य सरकार के अनुरोध को केंद्र सरकार ने मंजूर कर लिया है. केंद्र सरकार की मंजूरी के साथ ही राज्य में खरीफ फसल के धान की बीमा कराने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से धान की बीमा के लिए 31 अगस्त तक समय के विस्तार की मांग करते हुए गुरुवार को पत्र लिखा था. केंद्र सरकार को पत्र मिलते ही केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने इसे मंजूर करते हुए बिहार के सहकारिता मंत्रीको अवधि विस्तार से संबंधित एक पत्र भेजा है.
मक्के की बीमा के लिये 10 अगस्त अंतिम तारीख
उन्होंने मंत्री आलोक मेहता को पत्र लिखकर कहा है कि उनके मंत्रालय को आपका पत्र शुक्रवार को 12.30 बजे मिला. यह पत्र उन्हें दो बजे दिन में उपलब्ध कराया गया. केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि में पीएम फसल बीमा योजना के तहत किसानों के फसल बीमा आवेदन और बैंकों द्वारा प्रीमियम लेने की तिथि 31 अगस्त तक रखने की अनुमति दे दी है. केंद्र सरकार के इस निर्णय से राज्य में ऋणी किसानों के साथ गैर ऋणी किसान भी धान की फसल का बीमा करा सकेंगे. मक्के की बीमा के लिए अंतिम तिथि 10 अगस्त ही मान्य रहा.
केंद्र और राज्य में बनी थी टकराव की स्थिति
विदित हो कि राज्य में पीएम फसल बीमा को लागू करने के लिए प्रीमियम के मुद्दे पर राज्य और केंद्र सरकार के बीच टकराव की स्थिति बन गयी थी. राज्य सरकार ने यूपी में प्रीमियम कम और बिहार में अधिक प्रीमियम होने का विरोध करते हुए पीएम फसल बीमा योजना पर केंद्र सरकार से पुनर्विचार की मांग की थी. राज्य में कुल 1.26 करोड़ किसान हैं. 16 लाख किसानों का केसीसी के माध्यम से कर्ज लेने के कारण स्वत: बीमा हो गया. वहीं शेष अन्य गैर ऋणी किसानों को अब इस बीमा में शामिल होने का मौका मिलेगा.