पटना : बिहार में कल पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति में कटौती किये जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे दलित एससी-एसटी छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण बिहार विधानमंडल की कार्यवाही आज भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी गयी. बिहार विधानसभा की आज की कार्यवाही शुरु होने पर प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने अपनी सीट से खडे होकर पटना में कल पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति में कटौती किए जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे दलित छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज का विरोध करते हुए सदन द्वारा इस पर सबसे पहले चर्चा कराए जाने की मांग की.
विरोध में सदन के वेल में पहुंचे विधायक
बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के प्रतिपक्ष के नेता की इस मांग को अस्वीकार कर दिये जाने पर भाजपा सहित उसके अन्य सहयोगी पार्टियों के विधायक हाथ में प्लेकार्ड लिए हुए सदन के बीचों बीच आकर सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी. भाकपा माले के विधायक महबूब आलम प्लेकार्ड लेकर टेबिल पर खड़े हो जाने पर अध्यक्ष ने मार्शल से उन्हें नीचे उतारने को कहा, जो कि राजग के विधायकों की तरह दलित छात्रों पर लाठीचार्ज का विरोध कर रहे थे. मार्शल द्वारा महबूब को उठाये जाने पर वे जमीन पर लेट गये और बेहोश हो गये.
दो बार स्थगित हुआ विधानसभा
कुछ मार्शल भाजपा विधायकों विजय सिन्हा और संजीव चौरसिया के उसी टेबिल पर चढ़ जाने पर उन्हें भी मार्शल ने नीचे उतारा, जो कि भाकपा माले विधायक में लगे थे. भाकपा माले विधायक को बाद में भाजपा विधायक सदन के बाहर ले गये जहां से उन्हें इलाज के एक एंबुलेंस पर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया. बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी द्वारा सदन को व्यवस्थित कर प्रश्नकाल को जारी रखने का सभी प्रयास विफल होते देख उन्होंने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. बाद में राजग सदस्यों ने सदन के मुख्यद्वार के समीप बैठ गये और सरकार विरोधी नारेबाजी की. उल्लेखनीय है कि दलित छात्रों के प्रदर्शन के दौरान पथराव और पुलिस लाठीचार्ज में कुल 13 लोग घायल हो गये जिनमें सात पुलिसकर्मी और छह छात्र शामिल थे.
विधान परिषद में भी हंगामा
बिहार विधान परिषद की आज कार्यवाही शुरू होने पर भाजपा सदस्य रजनीश कुमार ने दलित छात्रों पर लाठीचार्ज को लेकर लाये गये अपने कार्यस्थगन पर चर्चा कराये जाने की मांग किये जाने को सभापति अवधेश नारायण सिंह द्वारा अस्वीकृत कर दिये जाने पर विपक्षी सदस्य हाथों में प्लेकार्ड लिए हुए सदन के बीचों बीच आकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे. सभापति के उन्हें अपनी-अपनी सीटों पर लौटने और सदन को सुचारु रूप से चलने देने के बार-बार आग्रह को उनके द्वारा अनसुनी कर दिये जाने पर सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
सुशील मोदी ने लाठीचार्ज की निंदा की
बाद में अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी दलित छात्रों पर लाठीचार्ज की घोर भर्त्सना करते हुए आरोप लगाया कि आरोप लगाया कि दलित छात्रों की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति को घटाकर एक लाख से मात्र 15 हजार कर दिया गया है और इस कारण तकनीकी संस्थाओं में पढ़ रहे सैंकड़ो दलित छात्रों को बीच में पढाई छोड़ने के लिए विवश होना पड़ रहा है. उन्होंने मांग की कि अगर सरकार दलित छात्रों की छात्रवृत्ति में की गयी कटौती को अविलंब वापस नहीं लेती तथा दलितों के प्रोन्नति में आरक्षण को समाप्त करने तथा प्रदेश में इस समुदाय के बढ़ते उत्पीड़न के विरोध में वे सडकों पर उतरेंगे. इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय ने कहा कि उनकी पार्टी इसके विरोध में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी तथा तथा मुख्यमंत्री का पुतला दहन करेगी.