पटना : बिहार में हुए टॉपर घोटाले में रोजाना नये-नये खुलासे हो रहे हैं. इसी क्रम में जांच टीम को पता चला है कि अच्छे नंबरों के लिये बकायदा परीक्षा केंद्रों को मैनेज किया जाता था. जांच में पता चला है कि कम पैसे देने वाले परीक्षार्थियों को की परीक्षा सामान्य तरीके से दिलवायी जाती थी. ज्यादा पैसे खर्च करने वाले विद्यार्थियों को विशेष सुविधाएं मुहैया करायी जाती थी. जानकारी के मुताबिक विशुन राय कॉलेज में यह खेल शुरू से ही चलता था. विशुन राय कॉलेज में 2015-16 के करीब 44 छात्रों का दो-दो बार निबंधन कराया गया था. जिसमें इंटर साइंस और आर्ट्स सहित कॉमर्स के छात्र शामिल थे.
अब घोटाले की तह तक गयी एसआईटी की टीम रजिस्ट्रेशन से जुड़े सभी पहलुओं को खंगाल रही है. एसआइटी के हाथ में कुछ अहम तथ्य भी लगे हैं. एसआईटी के प्रमुख और पटना के एसएसपी मनु महाराज ने इस बात का पता चलने के बाद उन छात्रों के रिजल्ट को रद्द करने की बात कही है. जांच टीम के मुताबिक वैसे छात्रों के रिजल्ट को रद्द करने की अनुशंसा की जायेगी.