पटना : बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने इस्तीफा देने के दिन ही पटना छोड़ दिया था. पटना पुलिस को जानकारी मिली थी कि लालकेश्वर राजधानी एक्सप्रेस से जा रहे हैं. एसएसपी मनु महाराज पूरी टीम के साथ जंकशन पहुंचे थे. लेकिन, इससे पहले दूसरी ट्रेन से लालकेश्वर पटना से निकल चुके थे.
जिस समय पुलिस राजधानी को खंगाल रही थी, उस समय वह मुगलसराय पहुंच चुके थे. पुलिस आठ जून की रात पटना जंकशन पहुंची थी. सबसे पहले राजधानी में लालकेश्वर की तलाश की गयी. जब वह नहीं मिले, तो राजधानी से पहले दिल्ली और हावड़ा को जानेवाली ट्रेनों की आरक्षण लिस्ट को पुलिस ने खंगाली. किसी ट्रेन में उनके नाम से बर्थ आरक्षित होने की पुष्टि नहीं हो पायी. काफी देर तक रेल एसपी व एसएसपी छानबीन में जुटे थे. सूत्रों कि मानें तो लालकेश्वर उसी दिन दूसरी ट्रेन से पहले ही निकल गये थे.
उन्होंने आरक्षित टिकट नहीं लिया था. टीइटी को जुर्माना देकर यात्रा की और मुगलसराय में ट्रेन को छोड़ दिया. इसके बाद वह सड़क से वाराणसी पहुंचे. फिर वह वाराणसी और गोरखपुर में अपने किसी खास के यहां छुपे रहे. बच्चा राय की गिरफ्तारी के बाद जब उनके आवास पर दिन में चार बार पुलिस पहुंची, तो लालकेश्वर ने यूपी के पूर्वांचल का इलाका भी छोड़ दिया. वह दिल्ली भाग गये. सूत्रों कि मानें तो लालकेश्वर के दिल्ली में छुपे होने की संभावना है. पटना पुलिस दिल्ली जाने की तैयार में है. पत्नी उषा सिन्हा भी फरार हैं. दोनों के मोबाइल फोन बंद हैं.
