8.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

इनकी साल भर की मेहनत आखिर रंग लायी

आखिरकार, जिस रिजल्ट का इंतजार स्टूडेंट्स को काफी दिनों से था, वह आ ही गया. इंटर आर्ट्स के रिजल्ट शनिवार तीन बजे घोषित किये गये. रिजल्ट के आते ही सभी स्टूडेंट्स इंटरनेट पर रिजल्ट देखने के लिए टूट पड़े. रिजल्ट देखने के बाद किसी के चेहरे पर अच्छे नंबर पाने की खुशी थी, तो किसी […]

आखिरकार, जिस रिजल्ट का इंतजार स्टूडेंट्स को काफी दिनों से था, वह आ ही गया. इंटर आर्ट्स के रिजल्ट शनिवार तीन बजे घोषित किये गये. रिजल्ट के आते ही सभी स्टूडेंट्स इंटरनेट पर रिजल्ट देखने के लिए टूट पड़े. रिजल्ट देखने के बाद किसी के चेहरे पर अच्छे नंबर पाने की खुशी थी, तो किसी के चेहरे पर कम नंबर आने का अफसोस. ऐसे में जिन स्टूडेंट्स को अच्छे नंबर आये हैं, उनके पैरेंट्स व टीचर्स ने उन्हें बधाई दी और वहीं जिन स्टूडेंट्स को कम नंबर आये हैं, उनके पैरेंट्स व टीचर्स ने उन्हें समझाया कि निराश होने की जरूरत नहीं है. अभी जीवन में कई परीक्षाएं आगे आनी हैं. तुम्हें उनके लिए तैयारी करनी है. अगली बार और मेहनत करना.
स्टेट टॉपर : घर में आयी ढेर सारी खुशियां
बिहार की इंटर कला टॉपर रूबी राय आइएएस बनना चाहती है. ग्रामीण परिवेश में पली एक शिक्षक परिवार की लड़की रूबी राय भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होकर समाज के कमजोर तबके के उत्थान के लिए कार्य करना चाहती है. रूबी राय बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इंटर कला की परीक्षा में उसने 444 अंक प्राप्त कर बिहार टॉपर बनी.
भगवानपुर प्रखंड के शर्मा अमर गांव निवासी सेवानिवृत शिक्षक मुंशी प्रसाद राय की पौत्री एवं शिक्षिका गीता कुमारी और सेवानिवृत्त सैनिक अवधेश प्रसाद राय की पुत्री रूबी राय की प्रारंभिक शिक्षा आदर्श मध्य विद्यालय हांसी मलाही से हुई थी और मैट्रिक में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने के बाद भगवानपुर स्थित विशुन राय कॉलेज में इंटर कला संकाय में उसने नामांकन कराया था. रूबी ने बताया कि बचपन से ही परिवार में शैक्षिक वातावरण रहने के कारण उसने स्वाध्याय को ही अपनी सफलता का साधन बना लिया था.
कीर्ति भारती ने इंटर आर्ट्स में 408 अंक प्राप्त कर पूरे बिहार में सेकेंड टॉपर का ताज हासिल किया है. स्टेट की सेकेंड टाॅपर बनने वाली कीर्ति भारती कलेक्टर बन कर समाज की सेवा करना चाहती है. शनिवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा रिजल्ट प्रकाशित होते ही मानसी प्रखंड के राजाजान गांव निवासी विश्वंभर प्रसाद के घर लोगों का तांता लग गया.
कीर्ति महेशखूंट स्थित शारदा गिरधारी काॅलेज की छात्रा है. उसके के पिता विश्वंभर प्रसाद बापूजी स्मारक मध्य विद्यालय, मानसी में शिक्षक हैं. विश्वंभर प्रसाद ने बताया कि कीर्ति बचपन से ही मेधावी छात्रा रही है. कीर्ति के पिता ने बताया कि कीर्ति का नानीहाल महेशखूंट मदारपुर रहने के कारण शारदा गिरधारी काॅलेज में नामांकन कराया. कीर्ति की प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल में हुई, जबकि मैट्रिक दीप नारायण इंटर काॅलेज, बसुआ से पास की. मैट्रिक में कीर्ति को 368 अंक प्राप्त हुए थे. है.
िजला टॉपर : एक-दूसरे को खिला रहे मिठाई
कुटुंबा प्रखंड के पीपरा गांव के राजू कुमार ने इंटर आर्टस की परीक्षा में बिहार में आठवां स्थान प्राप्त किया है. वह जिले के टॉपर भी हैं. उसने पटना के टीपीएस कॉलेज से इंटर की परीक्षा पास की है.
शनिवार को इंटर के रिजल्ट आने के बाद जब मीडिया कर्मी उसके घर पहुंचे और माता-पिता को इस कामयाबी की सूचना दी, तो वे फूले नहीं समा रहे थे. राजू अपने बड़े भाई गौरव कुमार सिंह के साथ गया में रह कर पढ़ाई करता है. उसके पिता नरसिंह सिंह ने जब इस बाबत राजू से बात की तो उसकी भी खुशी का ठिकाना न रहा. राजू ने अपनी सफलता का श्रेय पिता, बड़े भाई गौरव व बहन प्रिया के साथ परिवार के अन्य सदस्यों को दिया.
आइइएस बनना चाहती है थर्ड टॉपर सलोनी
जब परीक्षा दी थी, तब ही निश्चिंत हो गयी थी कि मेरी परिणाम बेहतर आयेगा. यह कहना है कि बिहार बोर्ड के बारहवीं के इंटर आर्ट्स में 375 लेकर पटना में तीसरे नंबर पर आने वाली सलोनी कुमारी का. सलोनी ने एएन कॉलेज में एडमिशन लिया था.
मूल रूप से छपरा की निवासी और वर्तमान में पटना के राजीव नगर में रहने वाले हरेंद्र कुमार पांडेय की बेटी सलोनी कहती है, रोज कम-से-कम पांच घंटे की स्टडी जरूर करती थी. वहीं सलोनी की मां रीता देवी कहती हैं, बेटियों को पढ़ने के लिए मुझे कभी भी कहना नहीं पड़ा है. हरेंद्र बिहार पुलिस में एएसआइ के पद पर हैं. सलोनी ने क्लास नौ तक की स्टडी औरंगाबाद के लॉर्ड बुद्धा स्कूल से की है.
याशब निशात व इरम निशात बनना चाहती हैं आइएएस
इंटर कला के परिणाम में पटना जिला से फुलवारीशरीफ की दो बहनों ने अपने परिवार समेत फुलवारीशरीफ का नाम रोशन किया है. फुलवारीशरीफ की फेडरल कॉलोनी इसापुर के रहनेवाले साधारण व्यापारी निशातुजमा की दो बेटियां याशब निशात और इरम निशात ने पटना जिला में क्रमश: दूसरा और चौथा स्थान प्राप्त किया है. दोनों बहनें आइएएस बनना चाहती हैं और महिलाओं के बीच काम करना चहती हैं. दोनों बहनों ने प्रभात खबर से खास बातचीत में कहा कि कठिन परिश्रम और दिल लगा कर पढ़ने से सफलता मिलती है.
रोजाना छह से आठ घंटे तक अध्ययन करती थी. घर के काम में हल्का-फुल्का मां का हाथ बंटाती थी. दोनों बहनें राजकीय माध्यमिक उच्चतर विद्यालय गर्दनीबाग की छात्र हैं. छोटी बहन याशब निशात को 385 और बडी बहन इरम निशात को 373 अंक प्राप्त हुए हैं. दोनों ने बताया कि इस सफलता के पीछे मां यासमीन सुल्ताना और पिता निशातुज्जमा के अलावा उनके शिक्षक सुमित और अवधेश की बहुत बड़ी भूमिका रही है.
नेहा की तमन्ना आइएएस बनना
इंटर कला की परीक्षा में आठवां स्थान लाने वाली बालकिशुनगंज स्थित एसआरपी इंटर कॉलेज की छात्रा नेहा कुमारी की तमन्ना आइएएस बनने की है. नेहा प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक संजय कुमार केसरी की पुत्री है. नेहा ने बताया कि घर में आज दोहरी खुशी आयी है. उसकी छोटी बहन सुरभि कुमारी भी के सीबीएसइ बोर्ड 10वी की परीक्षा में पास हुई है.
शालिनी ने जिले में बनाया नौवां स्थान
राम रतन सिंह महाविद्यालय इंटर आर्ट्स की परीक्षा देनेवाली शालिनी कुमारी ने 370 अंक लाकर जिला की टॉप टेन की सूची में स्थान बनाया है. शालिनी कुमारी दरियापुर गांव की रहने वाली है. शालिनी के पिता दिलीप प्रसाद किराना की छोटी -सी दुकान चलाते हैं. शालिनी पीओ बनाना चाहती है.शालिनी के बेहतर अंक लाने पर सभी ने बधाई दी .
पूरा किया माता-पिता का सपना
बालकिशुनगंज स्थित एसआरपी इंटर कॉलेज की छात्रा अपर्णा भारती ने जिले में दसवां स्थान पाया है. पटना के जक्कनपुर स्थित न्यू मछली गली में रहनेवाली अपर्णा की तमन्ना भी आइएएस बनने की है. वह बताती है कि वह तीन बहनों में घर में सबसे छोटी होने के कारण सबकी दुलारी है. पिता विनायक भारती व मां कल्याण भारती सफलता से काफी खुश हैं.
भूगाेलविद बनने की है तैयारी
राम लखन सिंह यादव सर्वोदय उच्च माध्यमिक विद्यालय पुनाईचक के छात्रा सुनैना कुमारी साव 368 अंक लाकर आठवां स्थान हासिल किया है. सुनैना बताती हैं कि उसके पिता जितेंद्र कुमार इलेक्ट्रिशियन हैं. उनके द्वारा अक्सर बेहतर करने की प्रेरणा मिलती रहती है. इससे मैं अक्सर स्कूल से आकर तीन घंटे की नियमित पढ़ाई किया करती थीं.
साइकिल से स्कूल छोड़ने जाते थे पापा
प्रखंड मुख्यालय स्थित सुमरित कौशल्या विंध्यवासिनी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्रा खुशबू कुमारी को राज्य स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है. खुशबू बताती हैं कि माता-पिता के स्नेह व सहयोग व गुरुजनों के आशीर्वाद की वजह से उन्हें यह सफलता हासिल हुई है.
उसके पास स्कूल जाने के लिए साइकिल नहीं थी, तो पापा राम विलास यादव उन्हें अपनी साइकिल से स्कूल पहुंचाते थे. खुशबू का अरमान है कि वह बड़ी होकर आइएएस बनेगी. इसके लिए उसने योजना भी बना रखी है.
दर्जी की बेटी बनी ने पाया चौथा स्थान
इंटर कला 2016 की परीक्षा में नगर पंचायत सिमरी बख्तियारपुर के बस्ती निवासी टेलर मास्टर मो रब्बान की पुत्री तैयबा परवीन ने 398 अंक लाकर पूरे राज्य में चौथा स्थान प्राप्त कर टॉप टेन में जगह बनायी है.
चौथा स्थान प्राप्त करने की सूचना मिलते ही तैयबा परवीन की घर बधाई देने वाले लोगों का तांता लग गया. टेलर मास्टर मो रब्बान व आंगनबाड़ी सेविका की पुत्री तैयबा परवीन के चौथा स्थान लाने पर माता-पिता काफी खुश हैं. उन लोगों ने तैयबा परवीन को मिठाई खिला कर खुशी व्यक्त की.
शिक्षा की लौ जलाना चाहती हैं तसनीम
शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा माने जाने वाले मुस्लिम समाज के लोगों के बीच शिक्षा की लौ जलाना चाहती है खगड़िया की बेटी तसनीम जहां. इंटर आर्ट्स की परीक्षा में स्टेट में पांचवां स्थान प्राप्त करने वाली तसनीम जहां को 395 अंक मिले हैं. तसनीम जेएनकेटी इंटर विद्यालय की मेधावी छात्रा रही है. उसने बनारसी हाई स्कूल, सैदपुर से मैट्रिक की परीक्षा पास की थी. मैट्रिक में तसनीम को 354 प्राप्त हुआ था. वह कहती है कि वह उर्दू विषय की प्राध्यापक बनना चाहती है. स्टेट में पांचवां स्थान प्राप्त होने के बाद घर में खुशी का माहौल है.
शिक्षिका मां ने बढ़ाया मेरा हौसला
एसकेवी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की अनुपम ने इंटर की परीक्षा में पांचवां स्थान प्राप्त किया है.भवानीपुर दक्षिण पंचायत स्थित सुरियारी टोला निवासी कुशेश्वर प्रसाद महासेठ की पुत्री अनुपम बताती हैं कि मां कुंदन देवी व पिता से उन्हें अपार प्यार व सहयोग प्राप्त होता रहा है. मां शिक्षिका हैं और वे शिक्षा प्राप्त करने के लिए उनका हौसला बढ़ाती रही है. अनुपम ग्रेजुएट की परीक्षा पास करने के उपरांत प्रशासनिक पदाधिकारी बनना चाहती है. पिता ने कहा कि बेटी को उच्च शिक्षा दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे.
सभी विषयों में मिला है डिस्टिंक्शन
महुआ प्रखंड अंतर्गत हरपुर मिर्जानगर स्थित कुशवाहा रामसूरत सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा वंदना कुमारी ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट के कला संकाय में टॉप टेन में सातवां स्थान प्राप्त किया है. मूलत: बोरिंग रोड, बुद्धा कॉलोनी, पटना के रहने वाले सिंचाई विभाग के इंजीनियर ब्रह्मोहन यादव एवं सबिता यादव की पुत्री वंदना को सभी विषयों में डिस्टिंग्सन मार्क्स सहित कुल 392 अंक प्राप्त हुए हैं.
आगे जा कर बनना है लीगल एडवाइजर
इंटर कला की परीक्षा में एसएनएनआर कॉलेज चमथा की छात्रा शुभांगी राज्य में टॉप टेन में आठवां स्थान बना कर जिले का गौरव बढ़ाया है. शुभांगी जिले के सर्वोच्च संस्थान वीपीएस कंप्यूटर के निदेशक विवेकानंद ठाकुर की पुत्री है. रिजल्ट के प्रकाशन के साथ ही शुभांगी को पिता वी एन ठाकुर एवं माता पल्लवी ठाकुर ने अपनी पुत्री को मिठाई खिला कर खुशी का इजहार किया. वह क्लेट की तैयारी कर रही है. लीगल एडवाइजर बनने के लिए वह कठिन मेहनत करने में जुटी है.
शुरू से ही पढ़ाई में तेज थी जाह्नवी
बेगूसराय के एमआरजेडी कॉलेज की छात्रा जाह्नवी ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए टॉप टेन में नौंवा स्थान बनाया है. जिले के बड़ी बलिया निवासी महिपाल प्रसाद गुप्ता और इंदु देवी की पुत्री जाह्नवी शुरू से ही पढ़ाई के प्रति समर्पित थी. प्राथमिक शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल में प्राप्त कर वह संत जोसेफ स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास की. इसके बाद इंटर में एमआरजेडी कॉलेज में दाखिल लिया.
आइएएस बनना चाहती है सुधा
फुलपरास की छात्रा सुधा कुमारी ने इंटर आर्ट्स के परीक्षा परिणाम में 390 अंक लाकर सूबे में नौवां स्थान प्राप्त किया है. मधेपुर प्रखंड के सुंदर बिराजित पंचायत के निवर्तमान मुखिया विजय कुमार यादव एवं गृहिणी बिंदु देवी की एकलौती पुत्री सुधा ने नौवां स्थान प्राप्त किया है. हालांकि, सुधा मैट्रिक की परीक्षा भी गांव के ही सियाराम रामफल उच्च विद्यालय से 345 अंक लाकर प्रथम श्रेणी में पास की थी.
अंकिता के घर खुशी का माहौल
जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के बनकट्टा गांव निवासी विनय कुमार कर्ण उर्फ भगवान जी एवं ममता कर्ण की बड़ी बेटी अंकिता इंटर आर्ट्स के परीक्षा परिणाम में 388 अंक लाकर सूबे के टेन टॉप में शामिल हो गयी है. अंकिता सूबे में दसवां स्थान प्राप्त कर जहां अपने जीवन को नयी ऊंचाई दी है, वही परिवार, गांव, प्रखंड एवं जिले का नाम राज्य भर में रौशन किया है. अंकिता मैट्रिक की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई थी.
30 फीसदी गिरा आर्ट्स का रिजल्ट 56.73% ही पास, 42.64% हुए फेल
मगही छोड़ किसी भी भाषा में रिजल्ट 50 फीसदी तक नहीं हो पाया
राष्ट्रीय भाषा हिंदी में मात्र 38.38 फीसदी ही हुए पास
पटना : अंगरेजी को इंटरनेशनल लैंग्वेज का दर्जा है. वहीं हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है. इन दोनों ही भाषाओं से देश से लेकर विदेश तक काम होता है. लेकिन इन दोनों ही भाषाओं में राज्य के सरकारी स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थी कमजोर हैं. इसे इंटर आर्ट्स का रिजल्ट बयां कर रहा है. अंगरेजी और हिंदी का रिजल्ट सबसे खराब रहा. वहीं अगर दूसरी और भाषाओं की बात करें, तो मगही छोड़ किसी भी भाषा में रिजल्ट 50 फीसदी तक नहीं हो पाया. जहां अंगरेजी में सिर्फ 29. 86 फीसदी ही विद्यार्थी पास कर पाये, जबकि हिंदी में 38.38 फीसदी ही पास कर पाये.
मनोविज्ञान में बेहतर है बिहारी
सबसे अधिक मनोविज्ञान में 56.36 फीसदी विद्यार्थी पास हुए हैं. वहीं राजनीति करने में बिहार बोर्ड पिछड़ गये है. राजनीति शास्त्र में 44 फीसदी के लगभग विद्यार्थी को सफलता मिली है. समिति की मानें, तो इस बार दर्शनशास्त्र का रिजल्ट सबसे खराब रहा है. इस विषय में 42 फीसदी विद्यार्थी को ही सफलता मिल पायी है. हिंदी भाषी प्रदेश में हिंदी का इस तरह का रिजल्ट होना अपने आप में सोचनीय कदम है़
टॉप 10 में 17 स्टूडेंट्स में सिर्फ एक छात्र, 16 छात्राएं
वीआर कॉलेज किरतपुर की रूबी राय बनी स्टेट टॉपर
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को इंटर आर्ट्स और वोकेशनल स्ट्रीम का रिजल्ट घोषित कर दिया. इस बार इंटर आर्ट्स का रिजल्ट लगभग 30 फीसदी गिरा है. पिछले साल पास हुए 86.47 फीसदी छात्रों के मुकाबले इस साल सिर्फ 56.73 फीसदी परीक्षार्थी ही उत्तीर्ण हो सके. वहीं, वोकेशनल कोर्स में 62.02 फीसदी परीक्षार्थी को सफलता मिली है. इंटर आर्ट्स के रिजल्ट में पूरी तरह लड़कियों का दबदबा रहा. टॉप टेन में शामिल हुए 17 परीक्षार्थियों में 16 लड़कियों ने जगह बनायी है.
टॉपर लिस्ट में सिर्फ पटना का राजू
सिर्फ पटना के टीपीएस कॉलेज का लड़का राजू कुमार ही स्टेट टॉप टेन की सूची में शामिल हो सका. सबसे बड़ी बात है कि 2015 की तरह इस बार भी टॉप फाइव में छात्राएं ही शामिल हैं. वीआर कॉलेज किरतपुर, राजाराम भगवानपुर, वैशाली की छात्रा रूबी राय स्टेट टॉपर रहीं. उन्हें 444 अंक प्राप्त हुए हैं. वहीं, दूसरे स्थान पर शारदा जीके कॉलेज, महेशखूंट खगड़िया की छात्रा कृति भारती रहीं. उन्हें 408 अंक मिले. 201 अंक प्राप्त कर एसयूके प्लस टू स्कूल प्रतापगंज, सुपौल की छात्रा खुशबू कुमारी तीसरे स्थान पर रहीं. रिजल्ट घोषित करते
हुए बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि इस बार आर्ट्स पिछले साल की अपेक्षा कम रहा है. रिजल्ट में लड़कियां अधिक सफल हुई हैं. जहां लड़कों का पास प्रतिशत 56.56 फीसदी रहा, वहीं लड़कियां इस बार 56.85 प्रतिशत पास की हैं. रिजल्ट की घोषणा के समय बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव हरिहर नाथ झा के साथ उप सचिव देवशील भी मौजूद थे.
इस बार 29.74 फीसदी कम हुआ रिजल्ट
इंटर आर्ट्स का रिजल्ट 2015 की तुलना में इस बार 29.74 फीसदी कम हुआ है. 2015 में इंटर आर्ट्स में 86.47 फीसदी परीक्षार्थी को सफलता मिली थी, वहीं 2016 में मात्र 56.73 फीसदी परीक्षार्थी को ही सफलता मिल पायी है. इंटर आर्ट्स में कुल 510903 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इसमें 289881 (56.73 फीसदी) विद्यार्थी को सफलता मिली है. इस बार 217883 (42.64 फीसदी) विद्यार्थी परीक्षा में असफल हुए हैं. इस बार 1838 परीक्षार्थी का रिजल्ट पेंडिंग हो गया है.
23.15 फीसदी कम हुआ वोकेशनल का रिजल्ट
इंटर वोकेशनल का रिजल्ट इस बार पिछले साल की तुलना में 23.15 फीसदी कम हुआ है. पिछले साल 85.17 फीसदी विद्यार्थी को सफलता मिली थी. इस बार 2016 में 62.02 फीसदी विद्यार्थी ही वोकेशनल कोर्स में सफल हो पाये हैं. वोकेशनल कोर्स में इस बार 1649 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इसमें 1021 परीक्षार्थी को सफलता मिली है. प्रथम श्रेणी में 590, द्वितीय श्रेणी में 404 और तृतीय श्रेणी में 3 परीक्षार्थी को पास हुए हैं.
सबसे अधिक रहा सेकेंड डिवीजन
इंटर आर्ट्स रिजल्ट में प्रथम श्रेणी में इस बार मात्र 11.81 फीसदी विद्यार्थी ही पास कर पाये, जो पिछले साल की तुलना में 19.25 फीसदी रिजल्ट कम हुआ है. 2015 में 30.06 फीसदी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में पास किये थे. वहीं, 2016 में प्रथम श्रेणी में पास करने वाले मात्र 11.81 फीसदी विद्यार्थी ही है. द्वितीय श्रेणी में 37.63 फीसदी तो तृतीय श्रेणी में 7.09 फीसदी विद्यार्थी को सफलता मिली है.
वोकेशनल कोर्स में 62.02% फीसदी परीक्षार्थियों को सफलता
सबसे अधिक रहा सेकेंड डिवीजन
इंटर आर्ट्स रिजल्ट में प्रथम श्रेणी में इस बार मात्र 11.81 फीसदी विद्यार्थी ही पास कर पाये, जो पिछले साल की तुलना में 19.25 फीसदी रिजल्ट कम हुआ है. 2015 में 30.06 फीसदी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में पास किये थे. वही 2016 में प्रथम श्रेणी में पास करने वाले मात्र 11.81 फीसदी विद्यार्थी ही हैं. द्वितीय श्रेणी में 37.63 फीसदी तो तृतीय श्रेणी में 7.09 फीसदी विद्यार्थी को सफलता मिली है.
कम हुआ वोकेशनल काेर्स का रिजल्ट
इंटर वोकेशनल का रिजल्ट इस बार 23.15 फीसदी कम हुआ है. पिछले साल 85.17 फीसदी विद्यार्थी को सफलता मिली थी. इस बार 2016 में 62.02 फीसदी विद्यार्थी ही वोकेशनल कोर्स में सफल हो पाये हैं. वोकेशनल कोर्स में इस बार 1649 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इसमें 1021 परीक्षार्थी को सफलता मिली है. प्रथम श्रेणी में 590, द्वितीय श्रेणी में 404 और तृतीय श्रेणी में 3 परीक्षार्थी पास हुए हैं.
38 में से 24 जिलों में लड़कियां रहीं आगे
पटना : इंटर आर्ट्स में अररिया जिले का रिजल्ट प्रदेश भर में सबसे बेहतर रहा है. अररिया के परीक्षार्थी इस बार तमाम जिलों को पीछे छोड़ कर टॉप स्थान प्राप्त किया है. अररिया से कुल 80.06 फीसदी परीक्षार्थी को इंटर आर्ट्स में सफलता मिली है. जिले से 10 हजार 893 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे.
इसमें 8721 परीक्षार्थी को सफलता मिली है. इसमें 4080 छात्र और 4641 छात्राएं शामिल हैं. वहीं इस बार रोहतास का रिजल्ट सबसे खराब रहा है. रोहतास से 24 हजार 931 परीक्षार्थी आर्ट्स की परीक्षा में शामिल हुए थे. लेकिन इसमें 17 हजार 898 परीक्षार्थी फेल कर गये. मात्र 6897 परीक्षार्थी ही पास कर पाये. अररिया के बाद प्रदेश भर में सबसे बेहतर रिजल्ट कटिहार का रहा है. उसके बाद भागलपुर और बेतिया का रिजल्ट रहा है. वहीं खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में रोहतास के बाद गया जिला रहा है. गया के बाद सहरसा और औरंगाबाद जिलों का भी रिजल्ट काफी खराब हुआ है.
38 में 24 जिलों में लड़कियां रहीं आगे
इंटर आर्ट्स के रिजल्ट में जिला वाइज भी लड़कियों का रिजल्ट लड़कों से बेहतर है. प्रदेश भर के 38 जिलों में 24 जिलों के रिजल्ट में लड़कों की अपेक्षा लड़कियाें का बेहतर रिजल्ट है.
बिहार विद्यालाय परीक्षा समिति की मानें तो रोहतास जिले में 79.85 फीसदी छात्रों को सफलता मिली है. इसके बाद कटिहार जिला का दूसरा स्थान है. कटिहार से 78.52 फीसदी लड़कियों को सफलता मिली है. वहीं लड़कों का रिजल्ट 77.35 फीसदी है. इसके अलावा पटना, भोजपुर, जहानाबाद, मुजफ्फरपुर, सीवान आदि जिलों में भी लड़कियां आगे रही हैं.
पेंडिंग में दरभंगा टॉप पर
: इंटर आर्ट्स के रिजल्ट में दरभंगा जिले से सबसे ज्यादा पेंडिंग रिजल्ट हुआ है. दरभंगा से 158 परीक्षार्थी का रिजल्ट पेंडिंग है. इसके बाद सबसे ज्यादा 144 सारण जिला का रिजल्ट पेंडिंग हो गया है. वहीं मधुबनी में 122 और भोजपुर में 128 का रिजल्ट पेंडिंग रहा. इस बार इंटर आर्ट्स का 1838 परीक्षार्थी का रिजल्ट पेंडिंग हो गया है. हर जिलाें से पेंडिंग रिजल्ट हुआ है. सबसे कम शिवहर जिले में पांच पेंडिंग रिजल्ट हुआ है. शेखपुरा से 8 और लखीसराय से 10 परीक्षार्थी का रिजल्ट ही पेंडिंग हुआ है.
एजुकेशन हब माने जानेवाले भागलपुर व पूर्णिया नहीं दे सके एक भी स्टेट टॉपर
भागलपुर, सहरसा, पूर्णिया व मुंगेर प्रमंडल के 13 जिलों की बेटियों ने इंटर आर्ट्स के रिजल्ट में धमाल मचा दी. कला संकाय के क्षेत्र में बेटियों ने इस बार जो प्रदर्शन किया है, वह तारीफ के काबिल है. प्रत्येक जिले के टॉप 15 यानी 13 जिले के 195 टॉपरों में 157 टॉपर बेटियां हैं.
यह इस बात का संकेत दे रहा है कि छात्रों से छात्राएं काफी आगे निकल चुकी हैं. दूसरी ओर इस इलाके में भागलपुर व पूर्णिया को एजुकेशन हब के रूप में माना जाता है. बावजूद इसके इन दोनों जिलों से स्टेट टॉपर के टॉप 10 लिस्ट में एक भी शामिल नहीं हो सके. उन जिलों ने स्टेट टॉपर के टॉप टेन लिस्ट में अपनी जगह सुरक्षित की, जो काफी पिछड़ा हुआ माना जाता है. स्टेट टॉपर के टॉप टेन की सूची में खगड़िया ने दो, सुपौल ने चार, सहरसा ने एक, मधेपुरा ने एक व लखीसराय ने एक छात्र दिये. कई छात्राओं का कहना है कि वे अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहती हैं.
सीतामढ़ी में सबसे ज्यादा 38.11% फर्स्ट डिवीजनर्स
पटना : इंटर आर्ट्स की परीक्षा में रिजल्ट गिरने का असर फर्स्ट डिवीले इस साल महज 11.81 फीसदी छात्रों ने ही फर्स्ट डिवीजन लाने में सफलता हासिल की. सबसे अधिक 38.11 फीसदी छात्र सीतामढ़ी से जबकि उसके बाद 21.88 फीसदी छात्र मुजफ्फरपुर से फर्स्ट डिवीजन में सफलता हासिल कर सके.
फर्स्ट डिवीजन के मामले में सबसे खराब रिजल्ट जहानाबाद का रहा, जहां महज 1.21 फीसदी छात्र ही फर्स्ट डिवीजन हासिल कर सके. इसके अलावा रोहतास, भोजपुर, बक्सर, गया, नवादा, गोपालगंज जिलों में भी पांच फीसदी से कम छात्रों को ही फर्स्ट डिवीजन में सफलता हासिल हुई. सबसे अधिक छात्र सेकंड डिवीजन में पास हुए.
बैड परफार्मेंस के बावजूद स्कूलों से निकले टॉपर
पटना : इंटरमीडिएट कला में 56 फीसदी परिणाम भले ही, सुकून देना वाला नहीं है, क्योंकि बीते कई वर्षों के परिणाम में इस बार सबसे अधिक गिरावट आयी है.लेकिन इस बार पटना जिला के कई सरकारी स्कूलों ने बेहतर परिणाम दिया है. जिन स्कूलों में पिछले कई वर्षों से जिला टॉपर की सूची से भी बाहर हो गये थे.
गर्दनीबाग हाइस्कूल से दो छात्राएं, रामलखन सिंह यादव सर्वोदय उच्च माध्यमिक विद्यालय पुनाईचक, से दो और बीएन कॉलेजिएट स्कूल से छात्राओं का बेहतर परिणाम आये हैं. हालांकि ओवर ऑल स्कूलों को परिणाम देखा जाये, तो प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत दस से बारह ही है. ज्यादातर बच्चे द्वितिय श्रेणी में ही उत्तीर्ण हो पाये हैं.
स्कूलों का ‘लेखा-जोखा’
प्रथम द्वितीय तृतीय
एएन कॉलेज 51 64 09
कॉलेज ऑफ कॉमर्स 82 116 17
जेडी वीमेंस कॉलेज 70 166 26
बीडी कॉलेज 22 140 40
गंगा देवी महिला काॅलेज 14 45 06
आर के द्वारिका कॉलेज 06 44 15
सिदार्थ महिला कॉलेज 01 07 01
ओरियेंटल कॉलेज पटना सिटी 211 57 04
एसजीजीएस कॉलेज, पटना सिटी 219 348 49
रविंद्र बालिका इंटर कॉलेज 14 22 02
गर्ल्स कॉलेज गर्दनीबाग 54 143 13
आरएलएसवाइ कॉलेज,अनिसाबाद 05 42 15
आरपीएस कॉलेज बेली रोड 02 11 01
महंत हनुमान शरण कॉलेज 07 32 05
प्लस टू स्कूलों का फरफाॅर्मेंस
पटना कॉलेजिएट स्कूल पटना 29 48 06
पीएन एंग्लो संस्कृत हाइस्कूल 03 21 11
बीएन कॉलेजिएट स्कूल 03 17 03
मंहत हनुमान शरण हाइस्कूल 08 46 12
कमला नेहरू बालिका हाइस्कूल 11 29 12
गर्ल्स हाई स्कूल शास्त्रीगनर 09 30 02
एसआरपीएस हाइस्कूल गर्दनीबाग 08 33 04
मुसलिम हाई स्कूल 02 02 00
रघुनाथ प्रसाद गर्ल्स हाइस्कूल 20 20 02
श्री चंद्र सीनियर सकेंडरी हाइस्कूल कुर्जी 12 40 05
दयानंद कन्या प्लस टू विद्यालय मीठापुर 06 18 04
बांकीपुर गर्ल्स हाइस्कूल 39 53 00
सरजीडी पाटलिपुत्रा हाइस्कूल 08 24 07
राम लखन सिंह यादव स्कूल पुनाईचक 12 25 06
मिलर हाई स्कूल 10 24 11
फर्स्ट डिवीजनर्स
जिला फर्स्ट डिवीजन
पटना : 9.1 %
नालंदा : 5.59 %
भोजपुर : 2.72 %
बक्सर : 3.91 %
रोहतास : 1.54%
कैमूर : 3.28 %
गया : 3.37 %
जहानाबाद : 1.21 %
नवादा : 4.58 %
औरंगाबाद : 3.3 %
अरवल : 4.24 %
मुजफ्फरपुर : 21.88 %
सीतामढ़ी : 38.11%
वैशाली : 8.5 %
पूर्वी चंपारण : 15.48 %
पश्चिमी चंपारण : 20.71 %
शिवहर : 18.23 %
छपरा : 05.79 %
सीवान : 8.41 %
जिला : फर्स्ट डिवीजन
गोपालगंज : 4.44 %
दरभंगा : 11.95 %
मधुबनी : 19.83 %
समस्तीपुर : 10.19 %
सहरसा : 9.1 %
सुपौल : 20.78 %
मधेपुरा : 16.57 %
भागलपुर : 11 %
बांका : 10.88 %
मुंगेर : 09.72%
जमुई : 9.12 %
खगड़िया : 7.21 %
बेगूसराय : 17.74 %
लखीसराय : 7.72 %
शेखपुरा : 5.9%
पूर्णिया : 20.95 %
अररिया : 29.08 %
किशनगंज : 12.95%
कटिहार : 13.63%
Prabhat Khabar Digital Desk
Prabhat Khabar Digital Desk
यह प्रभात खबर का डिजिटल न्यूज डेस्क है। इसमें प्रभात खबर के डिजिटल टीम के साथियों की रूटीन खबरें प्रकाशित होती हैं।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel