पटना : राजधानी पटना के दीदारगंज थाना क्षेत्र के महुली गांव में पारिवारिक कलह में तनाव झेल रही ट्रैक्टर चालक विनोद राय की पत्नी रूना देवी ने गुरुवार को दो बच्चों के साथ केरोसिन छिड़क आग लगा ली. घर में मौजूद सास पतोहू व बच्चे को बचाने में खुद झुलस गयी. नतीजतन इस घटना में चारों की मौत हो गयी.
घटनास्थल पर ही मां व बेटे ने दम तोड़ दिया, जबकि जख्मी एक पोता व दादी को उपचार के लिए गांववाले पुलिस के साथ एनएमसीएच लेकर आये. रास्ते में पोता व उपचार के दौरान दादी की मौत हो गयी. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मामले में छानबीन आरंभ कर दी है.
घोंटा ममता का गला
घटना के संबंध में दादा महेंद्र प्रसाद ने बताया कि गुरुवार की सुबह लगभग साढ़े सात बजे पतोहू 25 वर्षीया रूना देवी घर में तीन वर्षीय पुत्र सूरज, एक वर्षीय पुत्र रोहित व दो वर्षीय पुत्र रॉकी को लेकर कमरे में बंद हो गयी. हालांकि, इसी दरम्यान रॉकी किसी तरह कमरे से निकल कर भाग गया, जबकि कमरे में बंद रूना देवी ने सूरज व रोहित को आग के हवाले कर दिया, फिर खुद आग लगा ली.
आग की तेज लपटों को देख घर में मौजूद 60 वर्षीया सास उर्मिला देवी ने जब बचाने की कोशिश की, तो भी वो भी झुलस गयीं. हालांकि, चीख-पुकार सुन कर आसपास के लोग भी घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी. सूचना पाकर लगभग साढ़े दस बजे मौके पर पुलिस भी पहुंची. इसी बीच घटनास्थल पर ही रूना देवी और सूरज की मौत हो गयी, जबकि गांव के लोग जख्मी सास उर्मिला देवी व पोता रोहित को उपचार के लिए एनएमसीएच लेकर आये. रास्ते में रोहित की मौत हो गयी, जबकि सास उर्मिला देवी की मौत उपचार के दौरान नालंदा मेडिकल काॅलेज अस्पताल में हो गयी.
शिवरात्रि को कराया था बच्चों का मुंडन
दादा महेंद्र प्रसाद की मानें, तो महाशिव रात्रि के दिन सात मार्च को बच्चों का मुंडन संस्कार मसौढ़ी के वीर औरियारा गांव स्थित शिव मंदिर में कराया गया था. मुंडन संस्कार से घर लौटने के बाद से रूना गुमसुम व तनाव में रहती थी. हालांकि , परिजनों को उसके शांत व तनाव में रहने की वजह समझ में नहीं आ रही है. गुरुवार को घटी घटना के बाद परिवार के सदस्य भी समझ नहीं पा रहे हैं कि क्यों उसने ऐसा कदम उठाया है.
दो साल के बेटे को भी कमरे में खींचा था
घटना के संबंध में दादा महेंद्र प्रसाद ने बताया सुबह में वे मौजीपुर खेत पर काम करने गये थे. तभी खेत पर ही यह सूचना मिली की ऐसी घटना हो गयी. हालांकि, परिजनों ने बताया कि तनाव झेल रही रूना देवी ने दो वर्षीय पुत्र रॉकी को भी कमरे में खींचा था, लेकिन वो रोने चिल्लाने लगा और जबरन मां रूना देवी से हाथ छुड़ा कर दादी उर्मिला देवी के पास पहुंचा था. उसने ही दादी को आग लगने की बात बतायी, इसके बाद दादी कमरे में आयी थी.
सात साल पहले शादी
परिजनों व दादा महेंद्र प्रसाद की मानें, तो ट्रैक्टर चालक पुत्र विनोद राय की शादी लगभग सात साल
पहले मालसलामी थाना क्षेत्र के बुंदेल टोली निवासी रूना देवी से हुई थी. हालांकि, महेंद्र्र प्रसाद का
कहना है कि पतोहू ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया, यह वे नहीं जानते हैं. परिवार में किसी तरह
का तनाव नहीं है. चर्चा है कि महिला का पति से अनबन चल रहा था. थानाध्यक्ष के अनुसार अभी आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं है. मामले में जांच चल रही है. इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो
पायेगी. फिलहाल घटना के बाद गांव में मातम का माहौल छाया है.