पटना : जक्कनपुर थाने के मीठापुर कृषि फॉर्म में 25 जनवरी को दिनदहाड़े इंदौर की लड़की सृष्टि की गोली मारने वाला रजनीश गिरफ्तार हो गया है. पटना पुलिस ने मंगलवार को रामकृष्णा नगर व कंकड़बाग के बीच न्यू बाइपास पर उसे पकड़ लिया. वह अपने एक रिश्तेदार के रामकृष्णा नगर स्थित आवास से निकल कर बाइपास पर हाजीपुर जाने के लिए बस या टेंपो पकड़ने पहुंचा था. उसके बड़े भाई अनिल कुमार सिंह का रामकृष्णा नगर में आवास है.
हालांकि इस कांड का दूसरा आरोपित राहुल अभी फरार है. पूछताछ में सबसे बड़ी बात यह सामने आयी कि रजनीश ने अजय देवगन की फिल्म दृश्यम के तर्ज पर साक्ष्य को मिटाने का प्रयास किया. पुलिस को चकमा देने के लिए रजनीश ने अपना मोबाइल, टैब व बुलेट बाइक को गंगा में फेंक दिया. इसी कारण रजनीश के पास से पुलिस फिलहाल घटना में प्रयुक्त पिस्टल, बाइक बरामद नहीं कर सकी है.
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि स्पीडी ट्रायल के तहत उसे सजा दिलायी जायेगी. पुिलस मामले की छानबीन कर रही है. हालांकि इस घटना में रजनीश के भतीजे राहुल की संलिप्तता सामने नहीं आयी है.
रजनीश ने अकेले ही फिल्मी स्टाइल में घटना को अंजाम दिया और फिर मीठापुर आरओबी से अनीसाबाद गोलंबर और फिर न्यू बाइपास पर मीठापुर बस स्टैंड से होते हुए हाजीपुर की ओर निकल गया था. सृष्टि के होटल से निकलने के बाद वह भी उसके पीछे गया और एक हाथ से बाइक चलाते हुए चलते ऑटो के अंदर गोली चलायी. सृष्टि को तीन गोली लगी थी. घटनास्थल पर ही सृष्टि की मौत हो गयी थी.
कोई तरकीब नहीं आया काम
पटना : अजय देवगन की फिल्म दृश्यम के तर्ज पर रजनीश ने साक्ष्य को मिटाने का प्रयास किया. अजय देवगन की फिल्म में गलती से उसकी पत्नी व बेटी द्वारा एक पुलिस अधिकारी के बेटे की हत्या हो जाती है.
अजय देवगन को जब इस बात की जानकारी मिलती है, तो वह पुलिस अधिकारी के बेटे के शव को एक नव निर्माणाधीन मकान में थानाध्यक्ष के कमरे में ही दबा देता है और फिर उसकी गाड़ी को नदी में ले जाकर डूबो देता है. पुलिस उसके अचानक गायब होने के कारण उसका मोबाइल का लोकेशन लेती रहती है, लेकिन इसके लिए फिल्म के हीरो ने मोबाइल को एक ट्रक के अंदर फेंक दिया था. पुलिस उस मोबाइल का लोकेशन लेते हुए लगातार उसका पीछा करती है, लेकिन तब तक हीरो को अन्य साक्ष्य मिटाने का काफी समय मिल जाता है.
कुछ इसी अंदाज में जब रजनीश हत्या कर अपनी बाइक से निकला तो आराम से हेलमेट पहन कर अनीसाबाद से होता हुआ मीठापुर बस स्टैंड पहुंच गया. फिर हाजीपुर की ओर निकल गया. साक्ष्य मिटाने के लिए उसने हाजीपुर गांधी सेतु पर एक ट्रक के पीछे मोबाइल फेंकना चाहा, लेकिन वह गिर कर टूट गया. इसके बाद उसने बाइक रोकी और मोबाइल व टैब को गंगा नदी में फेंक दिया. अब उसके पास बाइक एक समस्या थी, क्योंकि सीसीटीवी कैमरे में बाइक की तसवीर आने का उसको शक हो चुका था. इसके बाद वह महनार गया और गंगा नदी में बाइक को फेंक दिया. टैब को इसलिए फेंका, क्योंकि सृष्टि ने उसका भी उपयोग किया था. इसके साथ ही उसने पिस्टल, लाइसेंस आदि को भी गंगा नदी में फेंक कर फिल्मी अंदाज में ही साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया.
ऐसा रहा दृश्यम अंदाज
घटना को अंजाम देने के बाद रजनीश ने अपने मोबाइल को गांधी सेतु पर एक ट्रक पर फेंकने का प्रयास किया, लेकिन वह टूट गया. बाद में उसने मोबाइल को गंगा नदी में फेंक दिया
रजनीश के टैब का प्रयोग सृष्टि ने भी किया था, इसलिए इसे भी गंगा में फेंक दिया
सीसीटीवी में बुलेट की तसवीर आ गयी थी इसलिए रजनीश ने महनार पहुंचने पर नाविक की सहायता से 500 रुपये देकर गंगा में बाइक को फेंक दिया बाद में अपने पिस्टल को भी गंगा में ही फेंक दिया
